ऑक्सीजन की कमी से मर गई करोड़ों मछलियां..

ऑक्सीजन की कमी से करोड़ों मछलियों को अपनी जान गवानी पड़ी

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कैनबरा। ऑक्सीजन की कमी से करोड़ों मछलियों को अपनी जान गवानी पड़ी है। यह घटना ऑस्‍ट्रेलिया की डार्लिंग नदी की है। जहां एक साथ करोड़ों मछलियां मरी हुई नजर आ रही हैं।

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अब इस घटना की तस्‍वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। 2018 के बाद यह तीसरी ऐसी घटना है जब नदी पर मरी हुई मछलियों की चादर सी बिछी हुई है। बता दें कि न्‍यू साउथ वेल्‍थ प्रशासन ने इस बात की पुष्टि की है।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशासन का कहना है कि मछलियों की मौत की वजह पानी में ऑक्‍सीजन (डिजॉल्‍व ऑक्‍सीजन) की कमी है। बहरहाल मत्‍स्‍य अधिकारियों को स्थिति की जांच के लिए भेजा गया है। आलम यह है कि मरी हुई मछलियों के कारण इतनी ज्‍यादा दुर्गंध है कि नदी पास रहने वाले निवासियों का रहना दूभर हो गया है। ऐसे में सवाल है कि पानी तो ऑक्‍सीजन से मिलकर बनता है फिर इसमें ऑक्‍सीजन की कमी कैसे हो गई ।

दरअसल डिजॉल्‍व ऑक्‍सीजन का मतलब है कि पानी में कितनी ऑक्‍सीजन घुली हुई है। सरल भाषा में समझें तो मौजूद है। पानी में रहने वाले जीवों के लिए एक तय मात्रा तक ऑक्‍सीजन का होना बेहद जरूरी है। विज्ञान से जुड़ी अमेरिकी सरकार की वेबसाइट के मुताबिक, जब पानी लगातार गति‍शील रहता है और इसमें ऑक्‍सीजन की मात्रा पर्याप्‍त बनी रहती है। बता दें कि पानी में मौजूद बैक्‍टीरिया और दूसरे जीव इसी ऑक्‍सीजन के कारण जिंदा रहते हैं।

वहीं वैज्ञानिकों का कहना है, जब किसी भी नदी या तालाब में पानी का मूवमेंट घट जाता है तो इसमें शैवाल और कार्बनिक पदाथों की मात्रा बढ़ने लगती है। जिससे पानी में ऑक्‍सीजन का लेवल तेजी से घटने लगता हैं। नतीजा, सीधा असर पानी में पलने वाले जीव जैसे मछलियों पर होता है। मछलियों को पानी में ऑक्‍सीजन नहीं मिल पाती, नतीजा ये की इनकी मृत्यु होनी शुरू हो जाती हैं।