डीप बोरिंग और भारी वाहनों के चलाने पर रोक लगाने की हुई मांग

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चाईबासा: साई स्पंज कम्पनी नवागाँव झींकपानी द्वारा प्रदूषण छोड़ने, डीप बोरिंग से भूगर्भ जल स्तर को नीचे करने एवं ग्रामीण सड़क पर अपनी भारी वाहन चलाने के कारण सड़क को तोड़ दिए जाने को लेकर अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष एवं पानी के जिला परिषद सदस्य जॉन मिलन मुंडा ने प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों का हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सदस्य सचिव झारखण्ड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड झारखण्ड सरकार, धुर्वा, रांची, कार्यपालक अभियन्ता पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ,आरईओ प. सिंहभूम के कार्यपालक अभियंता को सौंपकर साई स्पंज कंपनी के प्रदूषण फैलाने, भूगर्भ जल को बर्बाद करने और भारी वाहनों को चलाकर सड़को को तोड़े जाने की जांच कर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि सभी ग्रामिणों का कहना है कि साई स्पंज कम्पनी नवागाँव झींकपानी द्वारा पिछले 20 वर्षों से कारखाना स्थापित कर अपने गलत तरीके से कारखाना चलाने के कारण नवागाँव के ग्रामीण काफी परेशान है।

 

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ग्रामीण कई बार प्रबंधन के खिलाफ आन्दोलन कर चुके है। कम्पनी प्रबंधन द्वारा चिमनी से काला धुआँ निकलने से पूरा गॉव काला हो गया है। इसके अलावा जगह-जगह पर कारखाना से निकलने वाली काला डस्ट को कृषि वाली जमीनों पर गिराया जा रहा है। हवा चलने पर उसका धूल उड़ने से भी गाँव प्रदूषित हो रहा है। कारखाना को चलाने के लिए 5 डिप बोरिंग किया गया है। उसके लगातर इस्तेमाल होने से गाँव का जल स्तर काफी नीचे चला गया है और लोगों को पीने का पानी का काफी दिक्कत हो रहा है। कारखाना में आने वाली अयरन और 22 चक्का वाले भारी भरकम ट्रक चलने से आरईओ सड़क पूरी तरह से टूट कर जर्जर हो गई है इस कारण आने जाने वाले ग्रामीण काफी परेशान है।सौंपा गया ज्ञापन में ग्रामीणों ने मांग की है कि गाँव में काला धुआं, डीप बोरिंग इस्तेमाल और आर ईओ ग्रामीण सड़क पर भारी भरकम ट्रको का चलने पर रोक लगाई जाए और जांच कर साई स्पंज कंपनी प्रबंधन पर कार्रवाई की जाए।