कस्तूरबा गांधी विधालय कामडारा में DEO के नेतृत्व में हुई जांच, चौंकाने वाले कई मामले आए सामने
स्कूल के दो शिक्षिकाओं पर गिरेगी गाज
कामडारा : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विधालय बाकुटोली कामडारा में व्याप्त अराजकता का माहौल के बीच छात्राओं की राशन समस्या और पूर्णकालिक शिक्षिकाओं की कार्यशैली की जांच को लेकर जिला से जांच टीम के सदस्य रविवार को कस्तूरबा स्कूल पहुंच पुरे मामले की गहनता के साथ जांच पड़ताल की. जांच टीम में जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुनील शेखर , एडीपीओ पियुष कुमार और एपीओ आदित्य राज पहुंचे थे.
जांच के क्रम में वार्डेन सह शिक्षिका दीपिका तिग्गा, शिक्षिका शांति सुरीन और पूर्णकालिक पुरूष गार्ड अशोक राम विधालय सह छात्रावास से बिना सुचना गायब पाये गये. पूर्णकालिक शारीरिक शिक्षिका असीमा केरकेट्टा , महिला गार्ड नीलम कच्छप , बसंती देवी, एकाउन्टेंट काकुली कुमारी दास, रसोईया सुमित्रा देवी , सावित्री देवी विधालय सह छात्रावास में मौजूद थी डीईओ सुनील शेखर ने विधालय में व्याप्त समस्याओं समेत कई मामलों की जांच की. तथा छात्राओं के राशन को लेकर रसोईया व एकाउन्टेंट से पुछताछ करते हुये सभी घटे राशन भेजवाने का आदेश दिया.
स्टोर रूम की जांच भी की गई. पूर्णकालिक दोनों शिक्षिकाएं वार्डेन दीपिका तिग्गा व शांति सुरीन के विरूद्ध नियम संगत कारवाई करने का भी निर्देश दिया. वार्डेन दीपिका तिग्गा का स्थानांतरण डुमरी कर दिये जाने के वावजूद भी व महीनों से कस्तूरबा स्कूल कामडारा में जमी है. जिसके कारण विधालय के शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक कार्य समेत अन्य सभी प्रकार के कार्यों में भारी व्यवधान उत्पन्न हो गया है और विधालय का माहौल अशांत होने के कारण अब स्कूल की छात्राएं भी अपने को असुरक्षित महसूस करने लगी है .
डीईओ की जांच टीम के बाद यह स्पष्ट हो गया है की यहां के स्कूल में वार्डेन श्रीमति तिग्गा और शिक्षिका श्रीमती सुरीन की मनमानी चलती है . दोनों पूर्णकालिक शिक्षिका को विधालय सह छात्रावास में ही आवासन करना है पर ये दोनों शिक्षिका सरकार के नियमों को ताक पर रख बिना छुट्टी स्वीकृत कराये रांची निरंतर भाग जाया करती है और सैकड़ो स्कूली छात्राएं भगवान भरोसे रहती है. इसके अलावे जांच के क्रम में जिला के अधिकारियों को कई चौंकाने वाले मामले की भी जानकारी प्राप्त हुई है. जिसके कारण कस्तूरबा स्कूल की शिक्षिका पर कई बड़े सवाल भी खड़े हो गये हैं. डीईओ ने जांच के बाद स्थानीय पत्रकारों के द्धारा पुछे गये प्रशन के जवाब में कहा की जांच के क्रम में दो शिक्षिकाएं दोषी पाई गई है और नियम संगत कारवाई की जायेगी.
जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी गुमला सुनील शेखर ने अपने पत्रांक 922 दिनांक 19 अगस्त 2023 के आलोक में वार्डेन सह शिक्षिका दीपिका तिग्गा को कस्तूरबा गांधी बालिका विधालय कामडारा में वितीय एंव प्रशासनिक कार्य ठप्प: होने से उत्पन्न समस्याओं के संबंध में पत्र जारी कर तीन दिनों के अंदर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया है. पत्र के माध्यम से बताया गया है की कस्तूरबा गांधी बालिका विधालय कामडारा के शिक्षक / शिक्षकेत्तर कर्मियों के द्धारा उपायुक्त गुमला को आवेदन देकर अंकित किया गया है की आपका स्थानांतरण कस्तूरबा गांधी बालिका विधालय डुमरी में किया गया है.
लेकीन आपके द्धारा स्थानांतरित विधालय में अब तक योगदान नहीं किया गया है और न ही शांति सुरीन पूर्णकालिक शिक्षिका को प्रभार सौंपा गया है. जिससे कस्तूरबा स्कूल कामडारा में वितीय एंव प्रशासनिक कार्य ठप्प: होने से समस्या हो रही है . ऐसी स्थिति में निर्देश दिया जाता है की उपरोक्त वर्णित तथ्यों के आलोक में तीन दिनों के अंदर अपना पक्ष रखना सुनिश्चित करें. आपके द्धारा स्थानांतरित कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल डुमरी में अब तक योगदान नहीं दिया गया है. जो विभागीय आदेश का उलघ्घंन है.
स्थानांतरण के विरूद्ध आपके द्धारा हाईकोर्ट रांची में वाद दायर किया गया है. हाईकोर्ट के द्धारा अब तक किसी भी प्रकार का कोई आदेश पारित नहीं किया गया. जब तक हाईकोर्ट के द्धारा कोई आदेश पारित नहीं किया जाता है. तब तक स्थानांतरित आदेश प्रभावी है. जो आपके द्धारा अनुपालन नहीं किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में पुन: निर्देश दिया जाता है की स्थानांतरित विधालय में यथाशीघ्र योगदान देना सुनिश्चित करें. यदि स्थानांतरित विधालय में योगदान के पश्चात हाईकोर्ट द्धारा कोई भी न्यायदेश पारित किया जाता है तो उसका अनुपालन विभाग के द्धारा किया जायेगा.
ये भी पढ़ें : डुमरी विधानसभा सीट पर बीते पांच उप चुनावों में महतो बिरादरी का रहा दबदबा