रांची : प्रदेश में ठंड बढ़ते ही जा रही है । अचानक पारा गिरने से लोग सामान्य फ्लू की चपेट में आ रहे हैं। हर घर में एक या दो सदस्य सर्दी – खांसी से पीड़ित हो रहे है।
सामान्य फ्लू से बचाव के लिए लोग अपने अनुभव और फ्लू के लक्षण के आधार पर प्रारंभिक स्तर पर पेरासिटामोल,कफ सिरप और एलर्जी की दवा खरीद रहे हैं।
राज्य में लगभग अठारह हज़ार खुदरा दवा दुकान है, ऐसे में रोजाना इन दुकानों पर कम से कम दस लोग सामान्य फ्लू की दवा खरीदने आते हैं। हर आदमी न्यूनतम 400 से लेकर 500 तक की दवा खरीद रहा है।
ऐसे में सामान्य फ्लू की दवा का कारोबार तत्काकाल राज्य में करीब 5.50 करोड़ रुपये प्रतिदिन हो गया है। यह कारोबार 15 दिन पहले तक तीन करोड़ रुपये के आसपास ही था। राजधानी के थोक दवा विक्रेताओं की माने तो पिछले 10 दिनों में अचानक मौसमी बीमारी के मरीजों में बढ़ोतरी हुई है।
इसके साथ ही दवा की डिमांड भी बढ़ गयी है. सर्दी-खांसी, बुखार की दवा की खपत करीब 40 फीसदी बढ़ गयी है। पारासिटामोल-650, एजिथ्रोमाइसिन, मोंटेलुकास्ट लेवोसेट्रिज़ीन और कफ सिरप को खुदरा दवा दुकान वाले ज्यादा ले रहे है।
रांची के खुदरा दवा विक्रेताओं के अनुसार देशभर में आठ से दस लोग मौसमी बीमारी की दवा लेने आ रहे है। कफ- सिरप, बुखार की दवा, सर्दी से बचाव की दवा और एक एंटीबायोटिक दवा की मांग ज्यादा है ।
इधर कोरोना के नये वैरिएंट बीएफ-7 के प्रचार-प्रसार की रोकथाम को लेकर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के निर्देश पर एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर शुक्रवार से 24 घंटे लोगों की जांच की जाएगी। जांच के लिए तीन शिफ्ट में टीम गठित की गयी है।
सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक, दोपहर दो बजे से रात 10 बजे तक और रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक जाँच होगी ।
डीसी निर्देश पर तीनों स्थानों पर जांच टीम और मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गयी है. साथ ही सिविल सर्जन को सख्त निर्देश दिया गया है कि जांच टीम को किसी प्रकार से संसाधनों की कमी ना हो , पर्याप्त मात्रा में आवश्यक सामग्री उपलब्ध करायी जाये.
इसके अलावा जिला परिवहन पदाधिकारी रांची, अपर जिला दंडाधिकारी विधि-व्यवस्था रांची और अनुमंडल पदाधिकारी सदर, रांची सहित अन्य संबंधित पदाधिकारियों को इससे संबंधित दिशा-निर्देश दिये गये हैं ।
साथ ही साथ स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर अन्य जिलों के अलावा अन्य देश या राज्यों से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच अवश्य करायी जाय । ताकी यदि कोई पीड़ित मरीज बाहर से आता है तो संक्रमन को फैलने से रोका जा सके।
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