पटना: बिहार में आखिरकार मंत्रिमंडल का विस्तार हो ही गया। एक महीन से ज्यादा वक्त से मंत्रिमंडल विस्तान नहीं हो पाया था, इसको लेकर विपक्ष निशाना साध रहा था। नीतीश कैबिनेट के विस्तार के बाद शनिवार को बिहार सरकार के सभी मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सामान्य प्रशासन, गृह विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन और ऐसे सभी विभाग जो किसी को आवंटित नहीं हुए हैं उसके मंत्री होंगे।
जारी अधिसूचना के मुताबिक, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को वित्त और वाणिज्य कर विभाग, दूसरे डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को पथ निर्माण, खान एवं भूतत्व, कला संस्कृति एवं युवा विभाग जबकि विजय कुमार चौधरी जल संसाधन और संसदीय कार्य विभाग के मंत्री बनाए गए हैं।
जदयू के मंत्री बने बिजेन्द्र प्रसाद यादव को ऊर्जा, योजना एवं विकास विभाग, प्रेम कुमार को सहकारिता, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास, संतोष कुमार सुमन को सूचना प्रौद्योगिकी, लघु जल संसाधन, आपदा प्रबंधन, सुमित कुमार सिंह को विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा, रेणु देवी को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, मंगल पांडेय को स्वास्थ्य एवं कृषि विभाग की जिम्मेवारी दी गई है।
भाजपा के मंत्री बने नीरज कुमार बबलू को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, नीतीश के करीबी कहे जाने वाले मंत्री अशोक चौधरी को ग्रामीण कार्य विभाग, लेसी सिंह को खाद्य उपभोक्ता भी संरक्षण विभाग, मदन सहनी को समाज कल्याण विभाग, नीतीश मिश्रा को उद्योग एवं पर्यटन विभाग, नितिन नवीन को नगर विकास आवास विभाग के साथ साथ विधि विभाग, दिलीप कुमार जायसवाल को राजस्व भूमि सुधार और महेश्वर हजारी को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का दायित्व दिया गया है।
नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनीं शीला कुमारी को परिवहन विभाग, सुनील कुमार को शिक्षा विभाग, जनक राम को अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग, हरी सहनी को पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, कृष्णनंदन पासवान को गन्ना उद्योग विभाग, जयंत राज को भवन निर्माण विभाग, मोहम्मद जमा खान को अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, रत्नेश सदा को मध्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग, केदार प्रसाद गुप्ता को पंचायती राज विभाग, सुरेंद्र महतो खेल विभाग और संतोष कुमार सिंह श्रम संसाधन विभाग का मंत्री बनाया गया है।