पीएम मोदी ने कहा- 22 को न पहुंचे अयोध्या

घर पर ही मनाएं दिपावली

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अयोध्याः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम भक्तों से अपील की है कि 22 तारीख को राम भक्त आयोध्या ना आए, 550 साल इंतजार किया है थोड़ा और सही….लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि जिसका इंतजार राम भक्त पिछले कई दिनों से कर रहे हैं वहीं राम मंदिर के उद्घाटन में आने के लिए पीएम मोदी रोक क्यों रहे हैं।

तो पूरा मामला ये है की पीएम मोदी दरअसल, 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में बनकर तैयार हुए भव्य राम मंदिर में मुख्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होगा। इसको लेकर देशभर के रामभक्त उत्साहित हैं। अभी से ही अयोध्या के लगभग सारे होटल के कमरे बुक हो चुके हैं। ट्रेन या फिर फ्लाइट किसी में भी जगह खाली नहीं है। लेकिन जिस दिन राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। उस दिन भक्त अयोध्या में रहना चाहते हैं। हालांकि इस दिन के लिए मात्र 7 हजार लोगों को निमंत्रण भेजा गया है लेकिन कहा जा रहा है इस दिन लाखों लोग पहुंच सकते हैं। अब स्थिति ना बिगड़े इसी को लेकर पीएम मोदी ने लोगों से आज अयोध्या पहुंच कर अपील की कि 22 तारीख के बाद ही अयोध्या पहुंचे।

पीएम मोदी ने कहा, इस भव्य आयोजन की तैयारी सालों से चल रही है और इसमें कोई व्यवधान नहीं होना चाहिए। यहां भीड़ मत लगाइए, क्योंकि मंदिर कहीं नहीं जा रहा है। यह सदियों तक रहेगा. प्रधानमंत्री ने बताया कि समारोह में कुछ ही लोगों को आमंत्रित किया गया है। इसलिए जिन लोगों निमंत्रण दिया गया है, बस वही अयोध्या आएं। 23 तारीख के बाद यात्रा करना आसान हो जाएगा।

‘घरों में श्रीराम ज्योति जलाएं’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से यह भी अपील की है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मौके अपने घरों में श्रीराम ज्योति जलाएं। उन्होंने कहा, “ये ऐतिहासिक क्षण भाग्य से हम सभी के जीवन में आया है। इस मौके पर सभी 140 करोड़ देशवासी 22 जनवरी को अपने घरों में श्रीराम ज्योति जलाएं और दीपावली मनाएं।

आज देश में सिर्फ केदार धाम का पुनरुद्धार ही नहीं हुआ है, बल्कि 315 से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज भी बने हैं। आज देश में महाकाल महालोक का निर्माण ही नहीं हुआ है, बल्कि हर घर जल पहुंचाने के लिए पानी की 2 लाख से ज्यादा टंकियां भी बनवाई गई हैं।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “एक समय था, जब यहीं अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे। आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं बल्कि पक्का घर देश के 4 करोड़ गरीबों को भी मिला है। आज का भारत अपने तीर्थों को भी संवार रहा है, वहीं डिजिटल टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी छाया हुआ है।”

उन्होंने आगे कहा कि में कोई भी देश हो, अगर उसे विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचना है, तो उसे अपनी विरासत को संभालना ही होगा। हमारी विरासत हमें प्रेरणा देती है, हमें सही मार्ग दिखाती है। इसलिए आज का भारत, पुरातन और नूतन दोनों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहा है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “देश के इतिहास में 30 दिसंबर की तारीख बहुत ऐतिहासिक रही है। 1943 में आज के ही दिन नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने अंडमान में झंडा फहरा कर भारत की आजादी का जयघोष किया था। आजादी के आंदोलन से जुड़े ऐसे पावन दिवस पर हम आजादी के अमृतकाल के…