पटनाः शुक्रवार को आखिरकार जनता दल यूनाईटेड के प्रमुख ललन सिंह ने इस्तीफा सौंप ही दिया और इसके बाद अध्यक्ष पद के लिए नीतीश कुमार को नामित कर दिया। इसी दिन नीतीश कुमार जेडीयू के एक बार फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बन गए। हालांकि इन सभी बातों के कयास बहुत पहले से लग रहे थे लेकिन जेडीयू की तरफ से शुरू से नकारा गया। पटना में ये खबर पूरी तरह हवा में थी कि ललन बाबू इन दिनों आरजेडी के लिए ज्यादा काम कर रहे हैं ना कि जेडीयू के लिए। बीजेपी भी इसी प्रकार का आरोप लगा रही थी ललन सिंह के ऊपर। अब इस्तीफे के बाद बीजेपी एक बार फिर से जेडीयू पर हमलावर नजर आ रही है।
#WATCH पटना: भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा, "हमने पहले भविष्यवाणी कर दी थी कि ललन सिंह को हटाए जाएंगे क्योंकि उन्होंने जेडीयू पार्टी से 12-13 विधायकों को तोड़ लिया था और उन्होंने लालू यादव से हाथ मिलाकर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी कर ली थी लेकिन नीतीश कुमार… pic.twitter.com/3BVZFdNCNT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 30, 2023
आज बिहार बीजेपी के कद्दावर नेता सुशील मोदी ने संवाददाता सम्मेलन करते हुए कहा कि “हमने पहले भविष्यवाणी कर दी थी कि ललन सिंह को हटाए जाएंगे क्योंकि उन्होंने जेडीयू पार्टी से 12-13 विधायकों को तोड़ लिया था और उन्होंने लालू यादव से हाथ मिलाकर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी कर ली थी लेकिन नीतीश कुमार को इसकी भनक लग गई इसलिए उन्होंने उन्होंने समय रहते ललन सिंह को हटा दिया। ललन सिंह को हटाना खेल की शुरुआत है… अभी बहुत कुछ बाकी है… नीतीश कुमार को ग़लतफ़हमी है कि INDIA गठबंधन उन्हें संयोजक या पीएम पद के लिए पार्टी का चेहरा बनाएगा… नीतीश कुमार के लिए हमारे दरवाजे बंद हैं।”