राशन घाटाले में एक बार फिर से ED की छापेमारी

गिरफ्तार टीएमसी नेता शकर अड्डी के साथ उनके सीए के ठिकानों पर छापेमारी

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कोलकाता, सूत्रकार : राशन वितरण घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को एक बार फिर से छापेमारी की है। ईडी ने तृणमूल नेताओं से जुड़े सेंट्रल कोलकाता के चार परिसरों में छापा मारा। केंद्रीय जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि सॉल्टलेक के एक चार्टर्ड अकउंटेंड के आवास पर भी छापेमारी की गई।

ईडी के अनुसार, जहां भी छापेमारी की जा रही है, ये सभी स्थान टीएमसी नेता और बनगांव नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन शंकर अड्डी से जुड़े हैं। छापेमारी के दौरान केंद्रीय बल के जवानों को परिसरों की निगरानी करते हुए देखा गया। इसी महीने अड्डी को उनके बनगांव परिसर से गिरफ्तार किया गया था। उन्हें राज्य के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का करीबी माना जाता है, जिसे पिछले साल ही राशन वितरण घोटाला मामले के तहत गिरफ्तार किया गया था।

 शंकर अड्डी के चार्टर्ड अकाउंटेंट के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी

ईडी की टीमों ने सोमवार सुबह कोलकाता में कम से कम छह स्थानों पर छापेमारी की। इस मामले में गिरफ्तार बनगांव के पूर्व चेयरमैन शंकर अड्डी के चार्टर्ड अकाउंटेंट अरविंद सिंह के साल्टलेक स्थित कार्यालय में तलाशी ली गयी। ईडी ने चौरंगी इलाके में अड्डी के एक दफ्तर पर भी छापा मारा है। इन सभी जगहों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती की गई है।

ईडी ने कोर्ट में दावा किया था कि शंकर के पास 90 से ज्यादा फॉरेक्स कंपनियां हैं लेकिन वे सभी कंपनियां शंकर के नाम पर नहीं हैं। सुरक्षा एजेंसियों की नजरों से बचने के लिए उसने अपने रिश्तेदारों और परिचितों के नाम पर कंपनी बनाई। एजेंसी का दावा है कि शंकर ने इस संस्था के जरिए विदेश में कम से कम 20 हजार करोड़ रुपये का लेन-देन किया है।

कथित तौर पर, इसे पहले विदेशी मुद्रा (मुख्य रूप से डॉलर) में परिवर्तित किया गया और फिर दुबई भेज दिया गया। इसी तरह कई बार बांग्लादेश के जरिए भी विदेशी मुद्रा में तब्दीली की गई है। पांच जनवरी की सुबह ईडी ने शंकर के बनगांव स्थित घर पर तलाशी ली थी। करीब 17 घंटे की तलाश के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।

बता दें कि पांच जनवरी को राशन वितरण घोटाला मामले की जांच के तहत टीएमसी नेता शाहजहां शेख के आवास पर छापेमारी के दौरान उनके समर्थकों ने ईडी अधिकारियों पर हमला कर दिया था। इस हमले में ईडी के तीन अधिकारी घायल हो गए थे। ईडी ने इस मामले पर शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं, केंद्रीय जांच एजेंसी के खिलाफ टीएमसी नेता ने पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था। वहीं पुलिस ने अलग से एक केस दर्ज किया था।