साहिबगंज: साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव को ईडी ने समन भेजा है। 23 जनवरी को ईडी के जोनल कार्यालय में उनसे पूछताछ की जायेगी। 1000 करोड़ के अवैध खनन की जांच कर रही ईडी सीएम हेमंत के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और बच्चू यादव पर ईडी ने नया केस दर्ज किया है। ईडी ने साहेबगंज डीसी रामनिवास यादव को अवैध खनन मामले के दायरे में लाया है।
डीसी पंकज मिश्रा से कनेक्शन की जानकारी भी ईडी को मिली थी। पंकज मिश्रा के सेवादार ड्राइवर चंदन कुमार और सूरज पंडित ने भी साहिबगंज डीसी और पंकज मिश्रा के संबंध में जानकारी दी थी।
ईडी को यह भी बताया था कि साहिबगंज के डीसी पंकज मिश्रा के साथ बातचीत करते रहे हैं। झारखंड में अवैध खनन के जरिये हुई मनी लाउंड्रिंग मामले की जांच कर रही ईडी ने मार्च महीने में साहिबगंज नाव हादसा मामले में रिपोर्ट मांगी थी।
इस हादसे के बाद साहिबगंज डीसी रामनरेश यादव ने मामले में जांच करायी थी. लेकिन तब फेरी सर्विस संचालकों को क्लीन चिट दे दिया गया था। ईडी जांच में खुलासा हुआ था कि बीते दो ढाई साल में साहिबगंज में अवैध खनन के जरिए 100 करोड़ की अवैध कमायी की गयी है। जिला में डीसी अवैध खनन रोकने वाली एक्शन टीम के प्रमुख होते हैं।
2015 बैच के आईएएस अधिकारी रामनिवास यादव अक्टूबर 2020 से साहिबगंज डीसी के रुप में तैनात है। ईडी चार्जशीट में बताया गया है कि साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव के कार्यकाल में सबसे अधिक अवैध पत्थर खनन और परिवहन हुआ है।
झारखण्ड लघु खनिज परिहार नियमावली 2004 एवं झारखण्ड खनिज (अवैध खनन, परिवहन एवं भण्डारण की रोकथाम) नियमावली 2017 के अनुसार खनिजों के प्रबंधन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी डीसी की है. डीसी अवैध खनन के खिलाफ जिला स्तरीय टास्क फोर्स के प्रमुख भी हैं।
बता दे कि पिछले साल 18 नवम्बर को सीएम हेमंत सोरेन ने ईडी के अधिकारियों को पूछताछ में जानकारी दी कि उनकी ओर से अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए कभी किसी डीसी-एसपी को नहीं रोका गया।
अवैध पत्थर खनन और परिवहन के सवाल पर उन्होने ईडी को बताया अवैध खनन में पंकज मिश्रा की संलिप्तता के बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी और उन्होंने कभी भी साहिबगंज जिला प्रशासन और पुलिस को अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने से नहीं रोका।
ईडी साहिबगंज डीसी से जानना चाहती है कि जिले में बड़े पैमाने पर अवैध खनन की जानकारी थी या नहीं। अवैध पत्थर खनन, परिवहन और रायल्टी चोरी को रोकने के लिए उन्होंने और क्या किया।आरोप है कि साहिबगंज डीसी ने पंकज मिश्रा और अन्य लोगों के साथ मिलकर अवैध खनन और इसके परिवहन की अनुमति दी।
ईडी के जांच यह पता चला है कि पंकज मिश्रा स्थानीय प्रशासन पर किसी भी जांच को रोकने का दबाव बनाया था। पंकज मिश्रा ने संथाल परगना के आयुक्त चंद्रमोहन कश्यप को फोन तक मालवाहक जहाज दुर्घटना की आगे कोई जांच न करने को कहा था। साथ ही साहिबगंज डीसी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट को स्वीकार करने का आग्रह किया था।
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