इन 5 देशों में Free हैं Education, नहीं देना पड़ता एक भी रुपया

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ब्यूरो रांची : विदेश में पढ़ने का सपना हर किसी का होता और अगर ऐसे में छात्रों को पता चले कि भारत से बाहर कुछ ऐसे देश हैं, जो इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को मुफ्त में शिक्षा प्रदान करते हैं, तो ये तो ‘सोने पर सुहागा’ वाली कहावत होती हुई पूरी लगती है। अगर आप भी बाहर पढ़ने का सपना देखते हैं, तो अब से आपको पैसों की चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ये देश आपकी पढ़ाई करवाने में पूरी मदद करेंगे। 10वीं और 12वीं तक जैसे-तैसे पढ़ाई करने के बाद उच्‍च शिक्षा के लिए काफी पैसों की जरूरत पड़ती है. इसमें कॉलेज की फीस और घर से दूर रहने का खर्च आदि शामिल हैं। ऐसे में स्‍टूडेंट्स और परिजन दोनों के लिए यह मुश्किल भरा होता है। लेकिन दुनिया में कई देश ऐसे भी हैं जहां बच्‍चों को या तो फ्री एजुकेशन दी जाती है या बहुत ही कम शुल्‍क लिया जाता है।कई जगहों पर स्‍टूडेंट्स से फीस के नाम पर एक रुपया भी नहीं लिया जाता यानि कि मुफ्त शिक्षा दी जाती है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही देशों के बारे में जहां स्‍टूडेंट्स को बिना पैसे खर्च किए पूरी शिक्षा मिलती है।

 

1.जर्मनी

जर्मनी एक ऐसा देश है जहां फ्री में एजुकेशन दी जाती है यहां न सिर्फ स्‍थानीय बच्चों को बल्कि विदेशी बच्चों को भी मुफ्त में शिक्षा दी जाती है. जर्मनी में सरकारी विश्वविद्यालयों में छात्र छात्राओं को मुफ्त में पढ़ाया जाता है. साथ ही विश्वविद्यालय ट्यूशन फीस के नाम पर एक भी रुपये नहीं लेते. हालांकि कुछ विश्वविद्यालयों में स्‍टूडेंट्स को 11 हजार रूपये तक एडमिनिस्ट्रेशन फीस देनी पड़ सकती है. जर्मनी में करीब 300 सरकारी विश्वविद्यालय हैं जो 1000 से अधिक स्टडी प्रोग्राम ऑफर करते हैं.

2.नॉर्वे

फ्री में शिक्षा देने वाले देशों में नॉर्वे का भी नाम है. इस देश में भी स्‍थानीय बच्‍चों के साथ साथ विदेशी बच्चों के लिए भी मुफ्त में शिक्षा मुहैया कराने का प्रावधान है. कई रिपोर्ट्स के मुताबिक नॉर्वे से किसी भी स्तर जैसे ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन, डॉक्टरेट तक की पढ़ाई करने के लिए एक रूपये की भी फीस नहीं भरनी होती है. हालांकि नॉर्वे में पढ़ाई करने के लिए छात्रों को यहां की भाषा आनी ज़रूरी है. नॉर्वे के सरकारी विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले बाहरी स्‍टूडेंट्स को प्रति सेमेस्टर 30 से 60 यूरो भुगतान करना होता है. यह फीस स्‍टूडेंट्स यूनियन के लिए ली जाती है. इस फीस के बदले हेल्थ, काउंसलिंग, स्पोर्ट्स एक्टिविटीज और कैंप्स की सुविधा मिलती है.

3.स्वीडन

स्वीडन में भी एजुकेशन फ्री है लेकिन यह सुविधा सिर्फ यूरोपीय यूनियन/यूरोपीय इकोनॉमिक एरिया और स्वीडन के स्थाई निवासी स्‍टूडेंट्स के लिए ही है. हालांकि अन्य देशों के छात्रों के लिए ट्यूशन फीस काफी कम है. साथ ही स्वीडन अपनी अच्छी शिक्षा शैली के लिए समूचे विश्व में बहुत मशहूर है. हर साल लाखों की तादाद में स्‍टूडेंट्स स्वीडन में अपनी पढ़ाई करने के लिए जाते हैं. ईयू के बाहर के नागरिकों के लिए स्वीडन में ट्यूशन और एप्लिकेशन फीस ली जाती है. वहीं किसी भी देश के छात्र के लिए स्वीडन में पीएचडी की पढ़ाई बिल्कुल मुफ्त है.

4. ऑस्ट्रिया

ऑस्ट्रिया एक और यूरोपीय देश है जहां छात्र मुफ्त में पढ़ाई कर सकते हैं. ऑस्ट्रिया में रहने वाले नागरिकों को पढ़ने के लिए एक भी रुपये का भुगतान नहीं करना पड़ता. छात्र यहां किसी भी कोर्स या डिग्री के लिए मुफ्त में शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं. डिग्री खत्म होने के बाद आगे पढ़ने को इच्छुक स्‍टूडेंट्स को 300 यूरो प्रति सेमिस्टर की फीस देनी पड़ती है. साल 2019 में छात्रों के पढ़ने के लिए बेहतरीन शहरों में ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना नें 13वां स्थान हासिल किया था.

5. फिनलैंड

अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर फिनलैंड में मुफ्त शिक्षा इसकी खूबसूरती में चार-चांद लगाने के काम करती है. अन्य नॉर्डिक देशों की समूहों की तरह फिनलैंड भी छात्रों को मुफ्त शिक्षा देता है. फिनलैंड में छात्रों को बैचलर्स या मास्टर्स में कोई फीस नहीं देनी पड़ती. साथ ही पीएचडी की पढ़ाई करने वाले उम्मीदवारों को भी मुफ्त में शिक्षा दी जाती है. उन्हें सरकार द्वारा सैलरी भी दी जाती है. व्‍यवस्‍था ये भी है कि यूरोप से बाहर के स्‍टूडेंट्स भी यदि स्वीडीश या फिनिश भाषा में कोई कोर्स करते हैं तो उन्‍हें किसी तरह की फीस नहीं देनी होती है.

 

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