कोलकाता, सूत्रकार: चुनाव को देखते हुए गुरुवार को बंगाल में एक और प्रशासनिक फेरबदल किया गया। लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय चुनाव आयोग ने राजीव कुमार को राज्य पुलिस के डीजी पद से हटाने के बाद अब चार जिलाधिकारियों को बदल दिया है। राज्य के मुख्य सचिव को ईसीआई के पत्र में कहा गया है कि चार जिला मजिस्ट्रेटों को तुरंत उनके पदों से मुक्त किया जाए और चुनाव कार्य से संबंधित किसी भी कार्य में न लगाया जाए।
चुनाव आयोग ने पूर्व मेदिनीपुर, झाड़ग्राम, पूर्व बर्दवान एवं बीरभूम के जिलाधिकारियों को हटा दिया है। पूर्वी मेदिनीपुर के जिला मजिस्ट्रेट तनवीर अफजल और झाड़ग्राम के जिला मजिस्ट्रेट सुनील अग्रवाल थे। पूर्व बर्दवान के जिला मजिस्ट्रेट विधान रॉय और बीरभूम के जिला मजिस्ट्रेट पूर्णेंदु कुमार माझी थे।
राष्ट्रीय चुनाव आयोग ने 16 मार्च को लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की थी। इसके साथ ही देशभर में मानक चुनाव आचार संहिता लागू है। इसके तुरंत बाद राष्ट्रीय चुनाव आयोग ने सोमवार को राज्य के डीजीपी राजीव कुमार को हटा दिया था। राज्य से तीन नाम मांगे गये थे। राज्य ने ऐसे तीन लोगों के नाम भेजे थे। मंगलवार को विवेक सहाय को अंतरिम डीजीपी बनाया गया। लेकिन 24 घंटे के अंदर मंगलवार को उनकी जगह पर संजय मुखर्जी को नया डीजीपी बना दिया गया। वह राज्य सरकार द्वारा अनुशंसित तीन आईपीएस अधिकारियों में से एक थे। इस बार चार जिलाधिकारियों को बदल दिया गया है। इस प्रशासनिक फेरबदल पर तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग के साथ-साथ बीजेपी पर हमला बोला है। इस पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है।