रांची : बिजलीकर्मियों की ओर से हड़ताल की तैयारी जोरशोर से की जा रही है। अलग-अलग जगहों में बिजली कर्मियों की ओर से बैठक और विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया जा रहा है।
जानकारी हो कि दिसंबर में राज्य के बिजलीकर्मी हड़ताल करेंगे। हड़ताल की शुरुआत 6 दिसंबर से होगी। जहां 6 दिसंबर को बिजली कर्मियों की ओर से धरना प्रदर्शन किया जायेगा।
वहीं, 7 दिसंबर से कर्मियों की ओर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की जायेगी। झारखंड पावर वर्कर्स यूनियन की ओर से हड़ताल बुलायी गयी है।
इसी क्रम में सोमवार को बिजली कर्मियों की ओर से मेदिनीनगर और गढ़वा में बैठक का आयोजन किया गया। जहां जिला के यूनियन सदस्यों को कार्यभार दिया गया।
पिछले दिनों हजारीबाग जिला का दौरा किया गया। जानकारी हो कि राज्य के लगभग दो हजार बिजलीकर्मी आंदोलन में शामिल होंगे।
यूनियन के मुताबिक प्रबंधन द्वारा लगातार पदाधिकारियों को प्रोन्नति दी जा रही है. जबकि कर्मचारियों को निगम के पुर्नगठन के बाद से कोई प्रोन्नति नहीं दी गयी।
डेजीगनेशन मैपिंग के नाम पर प्रबंधन ने तृतीय संवर्ग के तकनीकी कर्मी को चतुर्थवर्गीय कर्मचारी बना दिया।
प्रबंधन के आदेश के कारण सभी कर्मियों की प्रोन्नति और कहीं-कहीं तो वार्षिक वेतन वृद्धि तक रोक दी गयी है। प्रबंधन का आदेश 2 सितंबर को जारी किया गया। तब से कर्मियों में असंतोष है।
इस संदर्भ में कई बार अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक से गुहार लगायी गयी, लेकिन न्याय नहीं मिला। निदेशक मानव संसाधन से कई बार वार्ता हुई। अधिकारी यूनियन से सहमत भी हुए लेकिन अपने गलत आदेश को वापस नहीं लिया। जिससे सभी कर्मियों में भारी असंतोष है।