चतरा: जिले के कुदा थाना क्षेत्र के अनगड़ा जंगल में शुक्रवार की सुबह पुलिस व टीएसपीसी उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। काफी देर तक दोनों ओर से मुठभेड़ चली।
पुलिस को हावी होता देख उग्रवादी फायरिंग करते हुए जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने भारी मात्रा में सामान बरामद किया है। एसपी राकेश रंजन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी।
चतरा एसपी ने कहा कि झारखंड को नक्सल मुक्त बनाने को लेकर लगातार छापामारी अभियान चलाया जा रहा है। डीजीपी के निर्देश पर नक्सल संगठनों के खिलाफ चौतरफा कार्रवाई की जा रही है।
इस दिशा में पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है। सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी के 15 लाख के इनामी रिजनल कमांडर आक्रमण गंझू व दस लाख के इनामी जोनल कमांडर शशिकांत उर्फ आरिफ के द्वारा घटना को अंजाम देने के लिए ये जंगल में जुटे हुए हैं।
सूचना के आलोक में टीम गठित की गयी। टीम जैसे ही अनगड़ा जंगल पहुंची, अचानक पुलिस को अपनी ओर आता देख उग्रवादी पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने लगे। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की। इसके बाद टीएसपीसी उग्रवादी जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले।
मुठभेड़ के बाद सर्च अभियान चलाया गया। इसमें कई सामान बरामद किए गए। एसपी ने कहा कि नक्सलियों का समय खत्म हो चुका है। झारखंड पुलिस व सरकार आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति नई दिशा का लाभ उठाकर मुख्यधारा से जुड़े, नहीं तो गोली खाने के लिए तैयार रहें।
जिस तरह इनामी नक्सली गौतम पासवान, सहदेव यादव व अन्य नक्सलियों के घर कुर्की की गयी है। उसी तरह शेष वांछित फरार नक्सलियों के विरूद्ध भी कुर्की की जायेगी।
उन्होंने कहा कि आक्रमण व शशिकांत के साथ कई बार मुठभेड़ हो चुकी है। इसमें कई हथियार व गोली बरामद की गयी है. टीएसपीसी संगठन के कई नक्सली गिरफ्तार कर जेल भेजे गये हैं।
ये सामान हुए बरामद
एक वॉकी टॉकी, वायर, आर्मी पेटरनल क्लोथ, दो मोबाइल चार्जर सहित दो सोलर प्लेट, खाना पकाने का बर्तन, स्टील प्लेट आठ, चावल 20 किलो, ताजा सब्जी, कंबल, सिविल कपड़ा, पिठु बैग एक समेत अन्य दैनिक प्रयोग का सामान शामिल हैं।
टीम में ये थे शामिल
टीम में सिमरिया एसडीपीओ अशोक रविदास, कोबरा 209 बटालियन के उप समादेष्टा अंजनी कुमार, प्रशिक्षु डीएसपी धनंजय राम, जगुआर के सहायक समादेष्टा धनंजय सिंह, हंटरगंज थाना प्रभारी सनोज कुमार चौधरी, प्रतापपुर थाना प्रभारी विनोद कुमार व कई जवान शामिल थे।
यह भी पढ़ें – मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बढ़ाया जवानों का हौसला