बाप कर्ज लेके भागा, बेटे ने किया आत्महत्या
जमशेदपुर में कर्ज की रकम से परेशान एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक के पिता ने काफी पहले कर्ज लिया था और फिर शहर छोड़कर चले गए थे। साहूकार युवक को परेशान कर रहे थे।
जमेशेदपुर : साहूकारों से परेशान मानगो रोड नंबर 15 निवासी दीपक कुमार (17) ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार की शाम दीपक बिना कुछ खाए कमरे में चला गया। आमतौर पर वह कमरे को अंदर से बंद कर लेता था, लेकिन शनिवार की सुबह परिजनों ने दरवाजा खुला पाया। वे दीपक को ढूंढते हुए अंदर गए। उसका शव कमरे में फंदे पर लटका मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाया और शव परिजनों को सौंप दिया।
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सुशीला सिंह ने बताया कि दीपक ने माता-पिता का कर्ज चुकाने के लिए कम उम्र में ही बर्तन की दुकान में काम करना शुरू कर दिया था। वहां से मिले पैसों से वह धीरे-धीरे लिए गए कर्ज का ब्याज चुका रहा था। पिछले एक सप्ताह से लगातार दबाव के कारण वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा था। दाइगुत्तु और समतानगर के सूदखोरों के दो व्यापारियों द्वारा उसे कुछ दिनों से धमकी दी जा रही थी। रुपए नहीं दिए तो मकान पर ताला लगाकर कब्जा करने की बात कर रहे थे। इससे दीपक काफी परेशान हो गया। बर्तन की दुकान में काम करने से उसे जो भी पैसा मिलता था, वह कर्ज का ब्याज भर देता था। चार-पांच दिन तक उसके घर काफी लोगों का आना जाना लगा रहा था।दीपक के पिता का नाम शत्रुघ्न सिंह है। वह एक निजी कंपनी में काम करता था। उसने अपने खाते से किसी के पास माल मंगवाया था और अपने कर्ज के पैसे नहीं दे रहा था। कर्जदार जब इस मामले में कंपनी से बात करने गए तो हंगामा हो गया। दीपक के पिता को काम छोड़ना पड़ा। इसके बाद उसने कई अन्य लोगों से भी कर्ज लिया। तकाडा के अधिक दबाव के कारण उन्होंने शहर छोड़ दिया।