गिरफ्तारी की डर से हाईकोर्ट पहुंचीं अग्निमित्रा पॉल

हाईकोर्ट ने पुलिस से मांगी जांच रिपोर्ट

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कोलकाताः आसनसोल दक्षिण से बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल ने गुरुवार को कलकत्ता हाईकोर्ट से रक्षाकवच के लिए अपील की। बीजेपी नेत्री के करीबी सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तारी के डर से अग्निमित्रा ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

गुरुवार को मामले की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने अग्निमित्रा के खिलाफ दर्ज मामले की केस डायरी तलब की है। हाईकोर्ट के न्यायाधीश राजशेखर मंथर की एकल पीठ ने पुलिस को 24 अप्रैल को केस डायरी अदालत में पेश करने का निर्देश दिया। इसके अलावा, अदालत ने पुलिस को एक विस्तृत जांच रिपोर्ट सौंपने का भी आदेश दिया है।

कोर्ट में सुनवाई के दौरान सरकारी वकील ने कहा कि फिलहाल पुलिस घटना की जांच में बीजेपी विधायक को हिरासत में लेना जरूरी नहीं समझती है।

बता दें, घटना 7 अप्रैल को हुई थी। अग्निमित्रा पर उस दिन दक्षिण 24 परगना के बिष्णुपुर थाने में ज्ञापन सौंपने के दौरान पुलिस को धमकी देने का आरोप लगा था। इसके साथ ही, अग्निमित्रा पर धार्मिक रूप से भड़काऊ टिप्पणी करने का भी आरोप लगाया गया था।

गुरुवार को हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान बीजेपी विधायक के वकील ने अदालत से कहा कि कोर्ट को अग्निमित्रा के भाषण का आंकलन कर देखना चाहिए कि उनके भाषण में कहीं धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई थी।

अग्निमित्रा के वकील के बयान पर सरकारी वकील ने कहा कि सद्भाव बनाए रखने के लिए जो कुछ जरूरी था वह किया गया। पुलिस को अदालत में रिपोर्ट पेश करने के लिए थोड़ा वक्त चाहिए। सुनवाई के बाद अदालत ने पुलिस को केस डायरी के साथ ही विस्तृत जांच रिपोर्ट पेश करने का आदेश दे दिया।

बता दें, हावड़ा के शिवपुर और हुगली के रिसड़ा के अलावा विष्णुपुर में भी रामनवमी के जुलूस को लेकर तनाव फैला था। हिंसा फैलाने के आरोप में कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था। आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पॉल ने 7 अप्रैल को गिरफ्तार किए गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवारों से मुलाकात की।

वहीं, बीजेपी विधायक विष्णुपुर थाने के पुलिस अधिकारियों से बात करने गयी थीं। बातचीत के दौरान अग्निमित्रा पर आरोप लगा कि उन्होंने विष्णुपुर थाने के आईसी मैनाक बंद्योपाध्याय को धमकी दी।

तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया, यह सवाल करते हुए उन्होंने कहा, चेतावनी देती हूं, अपने आप को सुधार लें। आपकी किस्मत में दुख लिखा हुआ है। हम सभी नोट रख रहे हैं।

समय बदल रहा है। कानून व्यवस्था का साथ देंगे या भ्रष्टाचार के साथ रहेंगे यह सोच लें। जब तक पीएम मोदी रहेंगे, हम ऐसा काम करने नहीं देंगे।