इंफाल : 3 मई से मणिपुर में जारी हिंसा के कारण लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पिछले 8 दिनों चल रही हिंसा के वजह से आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिल रही है। सूचना के अनुसार 100 रुपये लीटर मिलने वाले पेट्रोल की कीमत 270 से 300 रुपये तक पहुंच गई है। वहीं साब्जियों के दाम भी दोगुने हो गए हैं। जानकारी के अनुसार राज्य सरकार ने भी तनावपूर्ण जिलों में कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील दी है।
राज्य के सबसे अधिक जनसंख्या वाले दक्षिण इंफाल में बीरेन सरकार ने बुधवार को सुबह 5 बजे से 11 बजे तक के लिए प्रतिबंध में ढील देने की घोषणा की है। गौरतलब है कि इंफाल घाटी में भीषण गर्मी के बीच लोगों को पेट्रोल पंपों पर लंबी कतार में लगना पड़ रहा है। इस दौरान इंफाल के एक निवासी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि काला बाजारी के चलते उन्हें 280 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल खरीदना पड़ रहा है।
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बढ़ती कीमत के अलावा ईंधन में भी अत्यधिक मिलावट देखने को मिल रही है। चीजों की कालाबाजारी के कारण दैनिक चीजों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। बता दें कि खाद्य तेल, दाल, सब्जियां, फल, मछली और मांस सहित आदि चीजों के दाम तेजी से बढ़ गई है। सलाद में इस्तमाल होने वाली मूली जो 90 रुपये में बिक रही थी वह अब 180 रुपये की हो गई है,यानी आम कीमत से दो गुना ज्यादा। वहीं भिंडी और खीरा क्रमशः 90-100 रुपये में मिल रहा है।
इस बीच मणिपुर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (MPDA) ने मंत्री एल सुसिंद्रो से आग्रह किया है कि कर्फ्यू में छूट के घंटों के दौरान सभी ईंधन स्टेशनों को खोलने की अनुमति दी जाए। वहीं नेशनल डेमोक्रेटिक मूवमेंट की पीपल्स एक्शन ने सभी दुकानदारों को जरूरी वस्तुओं की कीमत में वृद्धि न करने के लिए कहा है। इसके अलावा खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को दुकानों पर खाद्य पदार्थों का औचक निरीक्षण करने का भी आदेश दिया है।