रिश्वत लेते फूड सेफ्टी ऑफिसर और दलाल हुए गिरफ्तार

खाद्य सुरक्षा लाइसेंस के लिए ले रहे घूस

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धनबाद: एसीबी की टीम ने धनबाद में बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी की टीम नेजिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अभिषेक आनंद को दलाल रामपति तिवारी के साथ रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। खाद्य सुरक्षा लाइसेंस बनाने के लिए रिश्वत के तौर पर बीस हजार रुपए लेते एसीबी की टीम ने उन्हें कार्यालय से ही धर दबोचा। धनबाद अनुमंडल कार्यालय में ही जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी का कार्यालय है। यह छापेमारी एसीबी डीएसपी नितिन खंडेलवाल के नेतृत्व में की गई है। अब एसीबी की टीम हाउसिंग कॉलोनी स्थित उनके आवास पर भी जांच कर रही है।

एसीबी डीएसपी नितिन खंडेलवाल ने बताया कि गोमो के रहने वाले व्यवसायी रूपेश गुप्ता के द्वारा धनबाद एसीबी कार्यालय में शिकायत की गई थी। शिकायत में उन्होंने कहा था कि वे गोमो में गुप्ता फूड प्रोडक्ट नाम से कंपनी चलाते हैं। उन्होंने लाइसेंस रिन्युअल कराने के लिए अप्लाई किया था। 2 फरवरी को फूड सेफ्टी ऑफिसर अभिषेक आनन्द और उसके एक सहायक (बिचौलिया) रामपति तिवारी ने दुकान का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान लाइसेंस रिन्युअल के लिए उन्होंने 80 हजार रुपए की मांग की थी।

शिकायत मिलनेके बाद मामले का सत्यापन किया गया। सत्यापन के दौरान मामला सही पाया गया। जिसके बाद एसीबी ने आज जाल बिछाया और उनके कार्यालय के बाहर 20 हजार रुपए रिश्वत की राशि के साथ फूड सेफ्टी ऑफिसर अभिषेक आनंद और एक दलाल रामपति तिवारी को गिरफ्तार कर लिया। रामपति तिवारी रिटायर्ड कर्मी हैं, जो अब बिचैलिए का काम करता है।

वहीं, पीड़ित व्यवसायी ने कहा कि लाइसेंस रिन्युअल की प्रकिया पूरी तरह से ऑनलाइन है, लेकिन इसमें प्रूफ करने के लिए जिले के दो पदाधिकारी का डिप्यूटेशन किया गया है। जिसमें प्रथम अधिकारी एसडीएम है और द्वितीय अधिकारी अभिषेक आनंद हैं। अभिषेक आनंद रामपति तिवारी के साथ जांच के लिये हमारे प्रतिष्ठान पहुंचे। उनके द्वारा मौके से सेंपल भी लिया गया। आरपी तिवारी ने व्यवसायी को किनारे ले जाकर 80 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। साथ ही कहा कि पूरा मामला रफा दफा हो जाएगा। उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि आरपी तिवारी मतलब प्रेम कुमार तिवारी, उनके द्वारा एसडीएम के नाम की धमकी भी दी गई।

 

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