विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा- 1984 पर कोई डॉक्यूमेंट्री देखने को क्यों नहीं मिली

विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अपनी बेबाक राय जाहिर की है और कहा है कि किसी दूसरे माध्यम का इस्तेमाल कर राजनीति की जा रही है।

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नई दिल्ली । बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री के आने के बाद से ही हर दिन एक नया बवाल देखने को मिलता है। अब इस मामाले पर खुद विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अपनी बेबाक राय जाहिर की है और कहा है कि किसी दूसरे माध्यम का इस्तेमाल कर राजनीति की जा रही है।

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आप किसी के मान सम्मान को धक्का पहुंचाने का काम कर रहे हैं और कहते हैं कि ये सत्य के लिए केवल एक खोज है जिसे हमने 20 साल बाद इस समय पर लाने का फैसला किया है। विदेश मंत्री ने इस बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की आलोचना भी की।

विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने आगे कहा कि आपको क्या लगता है कि ये (बीबीसी डॉक्यूमेंट्री) अचानक आया है। मैं ये बताना चाहता हूं कि चुनाव का समय भारत और दिल्ली में शुरू हुआ हो या नहीं, लेकिन न्यूयॉर्क और लंदन में जरूर शुरू हो गया है। कई बार भारत में चल रही राजनीति यहां की नहीं बल्कि बाहर से आई होती है। विचार और एजेंडा बाहर से आए होते हैं।

उन्होंने कहा कि आप डॉक्यूमेंट्री ही बनाना चाहते हैं तो दिल्ली में 1984 में बहुत कुछ हुआ था। हमें उस विषय पर कोई डॉक्यूमेंट्री देखने को क्यों नहीं मिली। ये बस केवल एक राजनीति है, जो उन लोगों की ओर से की जा रही है जिनमें राजनीतिक क्षेत्र में आने की ताकत नहीं है। वे खुद को बचाने के लिए कहते हैं कि हम एक NGO, मीडिया संगठन आदि हैं, लेकिन वे राजनीति कर रहे हैं।

दरअसल बीबीसी ने हाल ही में “इंडिया: द मोदी क्वेश्चन” डॉक्यूमेंट्री जारी की थी। ये डॉक्यूमेंट्री 2002 के गुजरात दंगों पर बनी है जब नरेंद्र मोदी राज्य के सीएम थे। बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर भारत में खूब हंगामा हुआ है। यहीं नहीं यहां इस डॉक्यूमेंट्री को जारी नहीं किया गया।

हालांकि इसके लिंक यूट्यूब और ट्विटर पर शेयर किए गए थे। जिसके बाद सरकार ने ट्विटर और यूट्यूब से इस डॉक्यूमेंट्री के लिंक हटाने के लिए कहा था। दिल्ली की डीयू, जेएनयू, जामिया समेत देश की कई यूनिवर्सिटीज में इस डॉक्यूमेंट्री (BBC Documentary) की स्क्रीनिंग को लेकर खूब बवाल हुआ था और अब बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने भी खुलकर अपनी राय रखी है।