पूर्व CM सिद्धार्थ शंकर राय के आवास को मिलेगा हेरिटेज का दर्जा
नगर निगम विरासत संरक्षण विभाग के अधिकारियों ने पिछले सप्ताह इस इमारत का दौरा किया था
कोलकाताः पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धार्थ शंकर राय के आवास को हेरिटेज का दर्जा दिया जाएगा। कोलकाता नगर निगम के पार्षद संदीप रंजन बख्शी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री का हाजरा इलाके में स्थित आवास ऐतिहासिक भवन है, जो सन् 1900 में लाल ईंट से बना था और यह दो मंजिला भवन है। हालांकि नगर निगम का मानना है कि हेरिटेज स्टेटस वाले घर को बचाना आसान काम नहीं होगा, क्योंकि घर निजी स्वामित्व में है। वर्तमान में घर को होमस्टे के रूप में किराए पर दिया गया है। नतीजतन, सवाल उठता है कि क्या सिद्धार्थ शंकर राय के उत्तराधिकारी निगम के इस फैसले को स्वीकार करेंगे।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धार्थ शंकर राय के घर का काफी ऐतिहासिक महत्व है। इसलिए केएमसी इस घर को हेरिटेज टाइटल के साथ संरक्षित करना चाहती है। इस संबंध में नगर निगम ने काम शुरु कर दिया है।
कोलकाता नगर निगम के मेयर पार्षद संदीप रंजन बख्शी ने कहा कि किसी भी कीमत पर इमारत के ऐतिहासिक मूल्य की रक्षा के लिए पहल की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह घर हेरिटेज लिस्ट में शामिल होने का हकदार है।
सिद्धार्थशंकर रॉय के पोते अयन रॉय ने कहा कि निगम की ओर से अभी तक कोई नोटिस नहीं दी गयी है। नगर निगम नोटिस जारी करेगी तो मैं उसका जवाब दूंगा। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धार्थ शंकर राय का जन्म 1920 में हुआ था।
उससे 20 साल पहले यानी 1900 में इस घर को उनके पिता और मशहूर बैरिस्टर सुधीर कुमार रॉय ने बनवाया था। इस घर में एक कार्यालय और पुस्तकालय है।
महात्मा गांधी से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक, पंडित रविशंकर ने इस घर का दौरा किया था। यह दो मंजिला घर लाल रंग का है, इसलिए इसे कई लोग ‘लालबाड़ी’के नाम से जानते हैं।
नगर निगम विरासत संरक्षण विभाग के अधिकारियों ने पिछले सप्ताह इस इमारत का दौरा किया था। वे इसकी स्थिति पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। अधिकारियों ने घर के मौजूदा मालिकों में से एक से भी बात की।
नगर निगम के एक अधिकारी ने कहा कि इमारत को उसके वास्तुशिल्प और ऐतिहासिक मूल्य के आधार पर विरासत का दर्जा मिलना चाहिए। ध्यान दें कि इस घर में हाजरा रोड पर 18 भूखंड शामिल हैं।