रामकृष्ण मठ एवं मिशन के अंतरिम अध्यक्ष बने गौतमानंद महाराज
वह वर्तमान में मिशन के सबसे पुराने ट्रस्टी और उपाध्यक्षों में से एक हैं
कोलकाता, सूत्रकार : स्वामी समरानंदजी के निधन के तीन दिन के भीतर ही संस्था ने रामकृष्ण मठ एवं मिशन के अंतरिम अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर दी। स्वामी गौतमानन्दजी महाराज फिलहाल अध्यक्ष होंगे। वह वर्तमान में मिशन के सबसे पुराने ट्रस्टी और उपाध्यक्षों में से एक हैं।
मिशन के नियमों के अनुसार रामकृष्ण मठ एवं मिशन (रामकृष्ण मिशन) की संपूर्ण जिम्मेदारी गौतमानंदजी महाराज को सौंपी जाने वाली है। 26 मार्च, मंगलवार की रात स्वामी समरानंदजी महाराज के निधन की खबर सुनकर वे चेन्नई से कलकत्ता आये। वर्तमान में बेलूर मठ में रह रहे हैं। नई जिम्मेदारी मिलने के कारण गौतमानंदजी महाराज फिलहाल यहीं रहेंगे।
गौतमानन्दजी महाराज मूलतः तमिलनाडु के निवासी हैं। वह कर्नाटक में पले-बढ़े। बाद में वह दिल्ली में रामकृष्ण मिशन में शामिल हो गए और अपना मठवासी जीवन शुरू किया। मिशनरी जीवन की शुरुआत स्वामी जतीश्वरानंदजी महाराज के शिष्य के रूप में हुई। बाद में भारत के विभिन्न हिस्सों में रामकृष्ण मठों और मिशनों में काम किया। अरुणाचल प्रदेश के बेलूड़ विद्यामंदिर और मद्रास मठ में उनका लंबा करियर रहा। गौतमानंदजी महाराज भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं।