अंधविश्वास की बलि चढ़ी युवती

93

मेडिकल साइंस ने काफी तरक्की कर ली है लेकिन, इस देश में अब भी ऐसे कई लोग हैं जो कि अस्पताल के इलाज पर भरोसा नहीं करते। वे झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र जैसी चीजों का सहारा लेते हैं। ऐसे में कई बार मरीजों की स्थिति गंभीर हो जाती है। यहां तक कि उनकी मौत तक हो जाती है। कुछ ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के खरगौन से आया है।

उल्लेखनीय है कि खरगौन के एक अस्पताल में सर्पदंश से पीड़ित युवती को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। डॉक्टर इलाज भी कर रहे थे, तभी मरीज के परिजन अस्पताल में झाड़-फूंक करने वाले एक तांत्रिक को बुलाकर ले आए। इसके बाद अस्पताल में ही युवती की झाड़-फूंक होने लगी जिसके बाद युवती की तबीयत ठीक होने की बजाए और बिगड़ने लगी। इस मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इलाज कराने के बजाए युवती के परिजन उसे अस्पताल से ले जाने को कहने लगे।

इस पूरे मामले का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि युवती अस्पताल के बेड पर लेटी हुई है और उसके पास दो लोग मौजूद हैं। उनमें से एक व्यक्ति के हाथ में पेड़ की पत्तियां हैं। वह इनसे झाड़-फूंक करता हुआ दिख रहा है। वायरल हो रहे इस वीडियो पर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने भी बयान दिया है। मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि अस्पताल में मरीज की झाड़-फूंक हुई है। यह पूरा मामला खरगौन में झिरन्या के शासकीय अस्पताल का है। CMHO के मुताबिक, अस्पताल के कर्मचारियों ने मरीज का झाड़-फूंक कराने से परिजनों को मना भी किया था लेकिन, वह नहीं माने। शायद इसी वजह से युवती की तबीयत भी बिगड़ गई। वहीं अस्पताल प्रशासन पर भी आरोप लग रहे हैं कि जब मरीज की झाड़-फूंक हो रही थी तो किसी भी डॉक्टर या कर्मी ने उन्हें क्यों नहीं रोका।