नियोजन नीति जल्द लागू करें सरकार : बाबूलाल मरांडी

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दुमका : भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वर्तमान में नियोजन नीति नहीं होने के कारण राज्य की स्थिति भयावह हो गई है। गांव के नौजवान रोजगार की तलाश में पलायन कर रहे हैं। जब से वर्तमान हेमंत सोरेन की सरकार राज्य में बनी है। तब से यहां के लोग बेरोजगार हो रहे हैं। बाबूलाल मरांडी शुक्रवार को प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।

मरांडी ने सरकार की अकर्मण्यता पर बोलते हुए कहा कि जब से राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार बनी है तब से राज्य की हालत ठीक नही है। राज्य में लीगल काम बंद हो गया है। गैरकानूनी कार्य धड़ल्ले से जारी है। इन गैरकानूनी कार्यों में दलाल और बिचौलिया हावी है। लोग बेरोजगार हो रहे है और रोजगार की तलाश में दूसरे प्रदेश की ओर पलायन कर रहे हैं। लेकिन इसकी चिंता राज्य सरकार को नहीं है। उन्होंने कहा कि जब कानूनी रूप से पत्थर, कोयला का खनन होता है। बालू घाटों की नीलामी कानूनी रूप से होती है तो स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध होता है।

मरांडी ने राज्य सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि पलायन को रोकने के लिए राज्य सरकार पत्थर खदानों की लीज जमीन मालिक को दे और बालू घाटों की नीलामी शराब दुकानों का टेंडर करने का अधिकार उपायुक्तों को दे देना चाहिए, जिससे स्थानीय लोग नीलामी में भाग ले सकें।

नियोजन नीति पर बोलते हुए बाबुलाल मरांडी ने कहा कि राज्य सरकार विधिसम्मत नियोजन नीति बनाये। राज्य में अभी तक विधिसम्मत स्थानीय एवं नियोजन नीति का नहीं बनना सरकार की कथनी और करनी में अंतर को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जो स्थानीय नीति बनायी थी। वह अव्यवहारिक थी, जिसे कोर्ट में चुनौती दी जा सकती थी। राज्य सरकार भ्रष्टाचार के आरोप से बचने की खातिर दिल्ली से बड़े बड़े महंगे वकील हायर करती है।

 

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