Cow Hug Day Or Valentine’s Day: सरकार ने 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’ मनाने की अपील वापस ली

राजनीतिक नेताओं से लेकर तार्किक संगठनों ने किया विरोध, सोशल मीडिया पर उड़ाई गई मजाक

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नई दिल्ली/ कोलकाता : केंद्र सरकार ने 14 फरवरी यानी ‘वैलेंटाइन डे’ को ‘काउ हग डे’ के रूप में मनाने की अपनी अपील शुक्रवार को वापस ले ली।

पशु कल्याण बोर्ड (एडब्ल्यूबीआई) ने इसको लेकर आदेश जारी किया है। इससे पहले मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन और डेयरी विभाग के अंतर्गत आने वाले एडब्ल्यूबीआई ने 6 फरवरी को वैलेंटाइन डे 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’ के रूप में मनाने की अपील की थी।

एडब्ल्यूबीआई ने शुक्रवार को आदेश जारी कर कहा, सक्षम प्राधिकारी और मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के निर्देशानुसार 14 फरवरी, 2023 को ‘काउ हग डे’ मनाने के लिए भारत के पशु कल्याण बोर्ड की ओर से जारी की गई अपील वापस ले ली जाती है।

बता दें, एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया की ओर से 14 फरवरी को ‘वैलेंटाइन डे’ की बजाए ‘काउ हग डे’ के रूप में मनाने की अपील की गयी थी। देशभर में विभिन्न विज्ञाव और तार्किक संगठनों ने जहां एडब्ल्यूबीआई की अपील का विरोध जताया।

वहीं, सोशल मीडिया पर काफी नाराजगी देखी गई थी। सोशल मीडिया पर सैकड़ों मीम्स और जोक्स बने थे। हालांकि, गाय को गले लगाने के फायदे भी हैं। पशु कल्याण बोर्ड ने उदाहरण दिया था कि गाय को गले लगाने से ‘भावनात्मक समृद्धि’ आएगी और ‘व्यक्तिगत और सामूहिक खुशी’ बढ़ेगी।

महाराष्ट्र के शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने शुक्रवार को ‘काउ हग डे’ पहल का मजाक उड़ाया और पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी प्रधानमंत्री के लिए ‘होली काउ’ थे।

वहीं, पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने कहा कि ‘काउ हग डे’ मुख्यधारा के मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए लाया गया है।

वहीं, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया।

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इधर, सीपीआई (एम) के एलामारम करीम ने ‘काऊ हग डे’ को ‘हास्यास्पद’ फैसला और देश के लिए शर्मनाक बताया था। कांग्रेस की रजनी पाटिल ने कहा था, मैं एक किसान परिवार से हूं। मैं सिर्फ एक दिन नहीं बल्कि हर दिन अपनी गाय को गले लगाती हूं और यह केवल बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए है।

दूसरी ओर, बंगला से भारतीय विज्ञान व युक्तिवादी समिति और पश्चिम बंग विज्ञान मंच ने 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’ के रूप में मनाने की अपील का कड़ा विरोध किया। युक्तिवादी समिति के महासचिव मनीष रायचौधरी ने केंद्रीय मत्स्य पालन और पशुपालन मंत्रालय को ट्वीट किया था। उन्होंने समिति की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति में 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’ मनाने के लिए भारत के पशु कल्याण बोर्ड की ओर से जारी की गई अपील को वापस लेने की मांग की।  मनीष ने कहा कि सरकार को ‘काउ हग डे’ को बनाने के बजाय गायों की देख-रेख में ज्यादा ध्यान देना चाहिए। देश में वैज्ञानिक चिंतन को बढ़ावा दिया जाये।