पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बैकफुट पर है, जबकि बीजेपी चुनावी हिंसा को लोकसभा चुनाव में हथियार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसी बीच राज्यपाल सीवी आनंद बोस रविवार शाम को दिल्ली के लिये रवाना हो रहे हैं। वह केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट दे सकते हैं। राज्यपाल ने शनिवार को पूरे दिन हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया था।
राज्यपाल ने चुनाव में हिंसा को लेकर अपनी चिंता जताते हुए कहा था कि जिस तरह से हिंसा हुई है, उससे वह हताश है। इस हिंसा में गरीब की मौत हो रही है। इस पर लगाम लगनी चाहिए। दूसरी ओर, भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने बंगाल भाजपा नेताओं को चुनावी हिंसा को आम लोगों तक ले जाने का निर्देश दिया है, हालांकि केंद्रीय नेतृत्व शुभेंदु अधिकारी और सुकांत मजूमदार की राज्य में 355 या 356 जारी करने की मांग पर खास ध्यान नहीं दे रहे हैं।
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व इस बारे में सोचना शुरू कर दिया है कि शनिवार के बंगाल की छवि को लोकसभा चुनाव के दौरान कैसे वोट में बदला जाएगा। इसे लेकर रणनीति बननी शुरू हो गई है। इस दिन बंगाल में वोटिंग के दौरान शीर्ष नेतृत्व ने पल-पल की खबर ली। केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य नेतृत्व को पीड़ित कर्मियों को भी खड़े रहने का निर्देश दिया। घायलों के इलाज की सभी व्यवस्थाएं की गई। पार्टी अध्यक्ष ने प्रदेश बीजेपी को इलाज का खर्च उठाने का आदेश दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनावी हिंसा की पूरी जानकारी ली। राज्यपाल सीवी आनंद बोस खुद हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा कर रहे थे। रविवार को वह दिल्ली जा रहे हैं। इस दौरान वह चुनावी हिंसा पर रिपोर्ट सौंप सकते हैं।