मारे गए तृणमूल और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घर पहुंचे राज्यपाल 

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मुर्शिदाबाद: जिले का दौरा करने के बाद शुक्रवार को राज्यपाल सीवी आनंद बोस नवग्राम में मारे गए तृणमूल नेता के घर गए। उन्होंन वहां उनके परिजनों से बात की। पारिजनों के मुताबिक, बोस ने भी उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया है। इसके बाद राज्यपाल खारग्राम में मारे गए कांग्रेस कार्यकर्ता के घर गए। जब आनंद बोस मुर्शिदाबाद के कई हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने निकले तो जिले में अशांति की कई घटनाओं के कारण सुबह से ही राजनीतिक दबाव महसूस किया गया। नामांकन के पहले दिन से ही मुर्शिदाबाद हिंसा की कई घटनाओं को लेकर सुर्खियों में है। दंगों में कुछ लोगों की जान चली गई।

पंचायत चुनाव से एक दिन पहले शनिवार को आनंद बोस जिले में आये। जिला प्रशासन सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे हजारदुआरी एक्सप्रेस से रहोरमपुर कोर्ट स्टेशन पर उतरे। वहां से वह सीधे नवग्राम के हजबीबिडांगा में मृतक तृणमूल क्षेत्रीय अध्यक्ष मोजम्मेल शेख के घर गए। 15 जून को मोजम्मेल पर कांग्रेस समर्थित बदमाशों की हत्या का आरोप लगा था। कथित तौर पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। राज्यपाल मारे गए तृणमूल नेता के घर पर पंद्रह मिनट तक रहे। बोस से मुलाकात के बाद मृतक के परिवार के सदस्य रमजान मंडल ने कहा कि राज्यपाल ने मोजाम्मेल की पत्नी से काफी देर तक बात की। वे उस दिन की घटनाओं के बारे में जानना चाहते थे।

पंचायत चुनाव नामांकन के शुरुआती दिन मुर्शिदाबाद के खारग्राम में कांग्रेस कार्यकर्ता फूलचंद शेख की हत्या का आरोप सत्तारूढ़ तृणमूल के बदमाशों पर लगा। गवर्नर मोजम्मेल के घर से निकल कर फूलचंद के घर गये। परिजनों से भी बात की। हालांकि सवाल ये भी है कि क्या फूलचंद की मौत का पंचायत चुनाव से कोई लेना-देना है। जिला प्रशासन सूत्रों के मुताबिक, राज्यपाल खबर, नवग्राम, खारग्राम के अलावा डोमकल, बेलडांगा जैसे इलाकों का दौरा किए। यहां बता दें कि, गुरुवार रात मुर्शिदाबाद के फरक्का में भी बम धमाका हुआ था। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, तोफापुर में बम रखे जाने के दौरान दुर्घटनावश विस्फोट हो गया। घटना में दो व्यक्ति अख्तरुल शेख और अब्दुल लतीफ घायल हो गये। इसके अलावा पुलिस सूत्रों के मुताबिक लालगोला और शमसेरगंज से भी भारी मात्रा में ताजा बम बरामद किये गये।