राज्यपाल ने मुख्य सचिव, गृह सचिव व डीजीपी को किया तलब
सुकांत ने शाह को पत्र लिखकर की एनआईए जांच की मांग
कोलकाता : उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में शुक्रवार को ईडी की एक टीम पर हमले की घटना पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने चिंता जताई है। उन्होंने इस घटना के संबंध में राज्य के मुख्य सचिव बीपी गोपालिका को तलब किया। इसके साथ ही उन्होंने गृह सचिव नंदनी चक्रवर्ती और डीजीपी राजीव कुमार को भी तलब किया है।
राज्यपाल ने कहा कि यह एक भयावह घटना है। यह चिंताजनक और निंदनीय है। लोकतंत्र में बर्बरता को रोकना सरकार का कर्तव्य है। यदि कोई सरकार अपने मूल कर्तव्य में असफल रहती है, तो भारत का संविधान अपना काम करेगा। मैं उचित कार्रवाई के लिए अपने सभी संवैधानिक विकल्प सुरक्षित रखता हूं।
राज्यपाल ने पूरी घटना को चिंताजनक बताते हुए कहा कि सरकार को लोकतंत्र में ऐसी क्रूरता को रोकना चाहिए। संविधान का उल्लंघन होने पर वे राज्यपाल के रूप में उचित समय पर उचित कार्रवाई करेंगे। राज्यपाल ने संदेशखाली की घटना के लिए सीधे तौर पर राज्य प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने सरकार को उसकी ज़िम्मेदारी याद दिलाते हुए चेतावनी भी दी कि उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे।
यहां बता दें कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने अपने कोर्ट में भर्ती भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई के दौरान आज संदेशखाली की घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राज्यपाल कुछ क्यों नहीं बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में संवैधानिक बुनियादी ढांचा ध्वस्त हो गया है? इसके बाद राज्यपाल ने अपना मुंह खोला और राज्य सरकार को सख्त संदेश दिया।
उधर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉक्टर सुकांत मजूमदार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर एनआईए जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि संदेशखाली की यह घटना बेहद निंदनीय है।