हजारीबाग : पतझड़ का मौसम आते ही झारखंड के जंगलों में अगजनी जैसी घटना हमेशा प्रकाश में आती रहती है। बताते चले कि हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ बगोदर मार्ग – NH 522 स्थित चलनिया अलकोपी वन में आग लगने का घटना प्रकाश में आया है। इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को लगी हालांकि ग्रामीणों ने अपने स्तर से आग पर काबू पानी का प्रयास किया लेकिन आग इतनी विकराल रूप ले चुकी थी कि इतना आसानी तरीके से आग पर काबू पाना संभव नहीं था । वही ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग के साथ-साथ अग्निशमन टीम को भी दी है और आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है । बताया जाता है कि पतझड़ का मौसम आने के बाद अधिकतर लोग जंगलों की तरफ महुआ चुनने के लिए जाते हैं। जिसकी वजह से जंगलों में आग लगा दी जाती है। वही इस अगजनी की घटना से जंगल में सैकड़ो की संख्या में पेड़ पौधे एवं वन्य जीव प्राणी को भी काफी नुकसान पहुंचता है। इधर वन विभाग के कर्मियों ने ग्रामीण क्षेत्र में माइकिंग कर वन को बचाने एवं जंगलों में आग न लगाने की अपील की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर जंगल में आग लगने पकड़े जाते हैं तो वन अधिनियम के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
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