गर्मी ने राज्य में तोड़ा 8 सालों का रिकार्ड, कई जिलों में पारा 41 डिग्री से पार

आज से अगले पांच दिनों के लिए लू की चेतावनी जारी

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कोलकाता: राजधानी समेत दक्षिण बंगाल के कई जिलों में रविवार को भी भीषण गर्मी जारी रही। कोलकाता में रविवार को भी पारा 40 डिग्री के आस-पास था, जबकि दक्षिण बंगाल के कई जिलों में पारा 41 डिग्री से पार हो गया है।

अलीपुर मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार को कोलकाता में सबसे ज्यादा तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा है। शनिवार को शहर का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 29.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। रविवार को तापमान 29 डिग्री से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।

रविवार को हावड़ा, हुगली, पुरुलिया, झाड़ग्राम, पश्चिम मिदनापुर, बांकुड़ा, पश्चिम बर्दवान, पूर्वी बर्दवान, बीरभूम, मुर्शिदाबाद और नदिया में लू नहीं चली। लेकिन दक्षिण बंगाल के बाकी तीन जिलों यानी पूर्वी मेदिनीपुर, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना में रविवार से लू चल रही है।

झारखंड से तमिलनाडु तक बना कम दबाव

कोलकाता सहित पूरे दक्षिण बंगाल में सोमवार से अगले पांच दिनों के लिए लू की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने कहा कि झारखंड से तमिलनाडु तक एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से काफी मात्रा में जलवाष्प राज्य में प्रवेश कर रहा है। यह जलवाष्प तापमान को थोड़ा कम रखता है।

गर्मी के साथ-साथ आर्द्रता का कहर, लोग बेहाल

हालांकि, कई लोगों का कहना है कि जलवाष्प के कारण गर्मी का स्वरूप बदल रहा है। चैत्र के अंत के बाद से बंगाल में शुष्क गर्म मौसम थी। इस बार क्योंकि जल वाष्प प्रवेश कर रही है, गर्मी में चिपचिपाहट महसूस की जा सकती है।

जलवाष्प के कारण गर्मी भले ही थोड़ी कम हो, लेकिन इससे अभी राहत नहीं मिल रही है। अगले कुछ दिनों में बारिश के आसार नहीं हैं। इसके बजाय मौसम विभाग ने कहा कि गर्मी और बढ़ेगी।

बंगाल के लिये पिछले आठ वर्षों में यह साल दूसरा सबसे गर्म साल रहा है। अगले कुछ दिनों में तापमान और बढ़ेगा. शुक्रवार तक सबसे गर्म और सबसे असहज मौसम रहने की उम्मीद है।

वर्ष के हिसाब से  देखें तो 2016 में 40, 2017 में 38, 2018 में 36,  2019 में  32, 2020 में 35, 2021 में  38,  2022 में 36 और अब 2023 में 41 डिग्री तक तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है। आप देख सकते हैं 2016 में इससे पहले ऐसी ही गर्मी पड़ी थी।