रांची : राजधानी रांची सहित झारखंड में भीषण गर्मी और तेज धूप की तपिश ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. स्थिति ऐसी है कि राज्य के सभी जिलों में पारा 40 के पार पहुंच गया है. राजधानी सहित राज्यभर में लोग अब मानसून के इंतजार में है कि इस तपती गर्मी से उन्हें कब पूरी तरह से छुटकारा मिलेगी. लेकिन इस वक्त लोगों को गर्मी को कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. बात करें मौसम विभाग के पूर्वानुमान की तो विभाग ने संथाल परगना को छोड़ते हुए आज यानी 9 जून से 12 जून तक उष्ण लहर (लू) चलने की संभावना जताई है. इसे लेकर विभाग ने येलो अलर्ट भी जारी की है. मौसम विभागने अलर्ट जारी करते हुए भीषण गर्मी की तपिश से खुद के बचाव करने की लोगों को सलाह दी है. विभाग ने यह भी बताया है कि राजधानी रांची में 12 जून को पारा 42 तक पहुंच सकता है जिससे लोगों को फिर से गर्मी से काफी परेशानी होगी.
हालांकि इसके एक दिन बाद यानी 13 जून से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा. बात करें, बीते दिन यानी शनिवार (8 जून) की तो इस दिन गुमला और खूंटी जिला के आसपास के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई, जिससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली. वहीं गर्मी की बात करें तो सबसे अधिक गर्मी डाल्टनगंज में रहा. शनिवार को यहां 44.5 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा. राज्य में गर्मी अपने तेवर पर है सुबह होने के बाद धूप जैसे ही खिलती है लोगों को तेज और उमसभरी गर्मी परेशान करने लगती है जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है. इस बीच मौसम विभाग ने हीटवेव का अलर्ट जारी करते हुए राज्य में 12 जून तक राज्य की राजधानी सहित कुछ जिलों में भीषण गर्मी होने की बात कही है. जारी अलर्ट के मुताबिक, विभाग ने राज्य के उत्तर-पश्चिम-मध्य और निकवटर्ती उत्तर पूर्वी हिस्से में तेज गर्मी होने की संभावना जताई है. इसके साथ ही विभाग ने कहा है कि आज (9 जून) से अगले दो दिन राज्य के इन हिस्सो में तेज होगी. जिससे तापमान में बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है.
भीषण गर्मी से परेशान हो चुके लोग अब मानसून के इंतजार में है. इधर, मौसम विज्ञान केंद्र रांची के मुताबिक, झारखंड में मानसून का प्रवेश संथाल परगना के मार्ग से होते हुए आ सकता है जो एक हफ्ते के बाद राज्य के सभी हिस्सों (जिला) में फैल जाएगा. हालांकि इसमें अभी 5 से 6 दिनों की देरी है. विभाग ने राज्य में मानसून को लेकर पिछले वर्ष के मुताबिक इस वर्ष अच्छी बारिश होने की उम्मीद जताई है. साथ ही बताया है कि जुलाई महीने में अच्छी बारिश होने की संभावना है इसलिए राज्य के किसान बिचड़ा और रोपनी का अपना काम जुलाई महीने में करें. क्योंकि इस महीने में खेतों में पानी अच्छे से भरा होगा और रोपनी का काम वे आसानी से कर पाएंगे.
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