ईडी हिफाजत में ज्योतिप्रय को कैसे मिली कागज-कलमः शंकर
बनगांव नगरपालिका के पूर्व चेयरमन ने पत्र को लेकर उठाया सवाल
कोलकाता, सूत्रकार : ईडी ने राज्य के पूर्व खाद्य और वर्तमान वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के पत्र के आधार पर बनगांव नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन शंकर अड्डी को गिरफ्तार किया था। शनिवार को राशन भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार तृणमूल नेता शंकर अड्डी ने इस पत्र को लेकर विस्फोटक दावा किया है।
शंकर ने सवाल किया कि गिरफ्तार मंत्री हिरासत में थे तो उनके पास कागज और कलम कहां से आएं। शंकर ने एक बार फिर दावा किया कि वह राशन भ्रष्टाचार मामले में किसी भी तरह से शामिल नहीं है। शंकर की ईडी हिरासत शनिवार को खत्म हो गई। इस दिन उन्हें ईडी की विशेष अदालत में पेश किया गया।
वहां घंटों चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने उन्हें तीन फरवरी तक जेल हिरासत में भेज दिया। कोर्ट से बाहर निकले के बाद शंकर ने कहा कि जो किसी के खिलाफ षडयंत्र करता है, उसके खिलाफ भगवान न्याय जरूर करते हैं।
कोर्ट में पेश करने से पहले पहले ईडी अधिकारी शंकर को स्वास्थ्य जांच के लिए ईएसआई अस्पताल जोका ले गये थे। अस्पताल ले जाते समय शंकर ने एक बार फिर खुद को निर्दोष बताया और कहा कि इस मामले में मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैं राशन सप्लायर भी नहीं हूं।
परिणामस्वरूप, मैं किसी भी तरह से खाद्य भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हूं। शंकर ने राशन भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के साथ वित्तीय लेनदेन के आरोपों पर भी अपनी बात रखी। उसने कहा कि वह कुछ नहीं जानता। उसने एक पैसा भी नहीं लिया। इसका कोई सबूत नहीं है।
गौरतलब है कि शंकर को पांच जनवरी की रात बनगांव स्थित उसके घर से लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने गिरफ्तार किया था। बैंकशाल कोर्ट ने उसे 14 दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया था।
उधर ईडी का कहना है कि शंकर ने काले धन को सफेद करने के लिए अपनी पत्नी, बेटी और यहां तक कि भाई के नाम पर एक विदेशी मुद्रा विनिमय कंपनी खोली है। यही कारण है कि तृणमूल नेता के परिवार के सदस्य भी ईडी की जांच के दायरे में हैं। ईडी के मुताबिक, शंकर को ज्योतिप्रिय मल्लिक द्वारा लिखे गए एक पत्र के आधार पर गिरफ्तार किया गया था।
शंकर को कोर्ट में देखकर रो पड़ीं उनकी पत्नी
बनगांव नगरपालिका की वाइस चेयरपर्सन ज्योत्सना अड्डी अपने पति शंकर अड्डी को कोर्ट रूम के बाहर देखकर रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि शंकर शारीरिक रूप से इतने कमजोर हो गए हैं कि वह पहचान में नहीं आ रहे हैं।
ज्योत्सना ने दावा है कि गिरफ्तारी के बाद उनकी शक्ल खराब हो गई है। उधर शंकर को शनिवार को कोलकाता सिटी सेशन कोर्ट में पेश किया गया। शंकर की ईडी हिरासत शनिवार को समाप्त हो गई। लेकिन शंकर ने कोर्ट में जमानत की अर्जी नहीं दी। इसके बदले उसने बेहतर चिकित्सा सेवाओं की अपील की है।
शनिवार को जब शंकर को कोर्ट रूम के बाहर ले जाया गया तो ज्योत्सना उनसे मिलने पहुंचीं। पति को देखकर वह जोर-जोर से रोने लगी। उसके बाद वे उसके पैरों में गिर पड़ी और कहा कि तुम पहचान में नहीं आ रहे हो।
शंकर के वकील ने कोर्ट को बताया कि उनके मुवक्किल की एक किडनी नहीं है। वह हाई ब्लड प्रेशर के मरीज है। बाद में वकील ने कोर्ट ने बेहतर चिकित्सा सेवाओं की अपील की। उसके बाद ईडी ने इसका विरोध किया।
ईडी के वकील ने कहा कि शंकर की कोई बीमारी नई नहीं है लेकिन जाहिर तौर पर वह ‘स्वस्थ’ हैं। उसका इलाज जेल में भी हो सकता है। यदि उसे अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता है, तो जेल अस्पताल के डॉक्टर इस पर निर्णय लेंगे।