तृणमूल-भाजपा छोड़ सौ परिवारों ने माकपा का थामा दामन

121

बीरभूम : अनुब्रतहिन बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस में एक बार फिर विभाजित हो गया है। बीरभूम के लाभपुर में बुधवार सुबह 100 से ज्यादा परिवार तृणमूल और भाजपा छोड़कर माकपा में शामिल हो गये। बताया जा रहा है कि हटिया क्षेत्र के पांच गांवों से आने वाले ये परिवार लाभपुर के तरुलिया हाट में आयोजित एक कार्यक्रम में माकपा का झंडा थामकर पार्टी में शामिल हो गये। जानकारी के अनुसार बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल फिलहाल जेल में हैं। तृणमूल उनकी अनुपस्थिति में पार्टी को बिखरने से बचाने के लिए पहले ही कई कदम उठा चुकी हैं।

इसे भी पढ़ें : भ्रष्टाचारियों से लिप्त है तृणमूल

सूत्रों के मुताबिक कई परिवारों ने तृणमूल और भाजपा छोड़कर माकपा में शामिल होने से दोनों पार्टियों के जिला नेतृत्व को असहज कर दिया है। तृणमूल छोड़कर माकपा में शामिल हुए अब्दुल अलीम ने कहा कि तृणमूल के भ्रष्टाचार के कारण उन्होंने तृणमूल छोड़ दिया। वे तृणमूल के कार्यकर्ता थे। उन्होंने कहा स्थानीय तृणमूल नेताओं को कुछ भी कहने पर जेल भेजने की धमकी दी जाती है। इसीलिए सौ से ज्यादा परिवारों ने माकपा का हाथ थाम लिया है। इस दौरान माकपा के जिला सचिव व विधानसभा के सदस्य दीपांकर चक्रवर्ती ने कहा कि तृणमूल और भाजपा के भ्रष्टाचार से लोग नाराज हैं। इसलिए लोगों ने अन्याय का विरोध करने के लिए माकपा से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि न केवल लाभपुर में, बल्कि बीरभूम के अन्य क्षेत्रों से भी बहुत से लोग दूसरी पार्टियां छोड़कर माकपा पार्टी में शामिल होंगे। इस दौरान तृणमूल के जिला उपाध्यक्ष मलय मुखोपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को देखकर तृणमूल में शामिल होने वाले लोग पार्टी में शामिल होने के लिए प्रेरित हुए हैं। इसलिए वे पार्टी नहीं छोड़ेंगे। जो लोग पार्टी छोड़ रहे हैं वे अवसरवादी हैं, जो विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में गए थे और अब वापस माकपा में जा रहे हैं। इससे तृणमूल को कोई नुकसान नहीं होगा।