सैकड़ों ISF कार्यकर्ताओं ने थामा TMC का झंडा

बशीरहाट के हरोआ प्रखंड के बकजुंड़ी ग्राम पंचायत

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बशीरहाटः होली के अवसर पर आईएसएफ कई नेताओं और सैकड़ों कार्यकर्ताओं सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का दामन थाम लिया। बुधवार को उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट के हरोआ प्रखंड के बकजुंड़ी ग्राम पंचायत में भारी संख्या में आईएसएफ कई नेता और सैकड़ों कार्यकर्ता टीएमसी में शामिल हो गये।

बकजुंड़ी ग्राम पंचायत के टीएमसी पार्टी कार्यालय में आईएसएफ नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने टीएमी का दामन थामा।

हरोआ 2 नंबर ब्लॉक टीएमी के अध्यक्ष फरीद जमादार और हरोआ 2 नंबर ब्लॉक युवा टीएमी के अध्यक्ष खालेक मोल्ला के नेतृत्व में पार्टी का झंडा उन्हें सौंपा गया।

दल बदलने वाले आईएसएफ नेता सैफुल मंडल ने कहा कि टीएमसी सरकार ने समग्र विकास किया है। बंगाल के लोगों को तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। वे विकास का हिस्सा बनने के लिए टीएमसी में शामिल हुए हैं।

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राजनीतिक हलकों का मानना है कि पंचायत चुनाव से पहले आईएसएफ कार्यकर्ताओं और समर्थकों के टीएमसी में शामिल होने से हरोआ में राजनीतिक रूप से टीएमसी एक मजबूत संगठन बन जाएगा।

हरोआ में टीएमसी के 2 नंबर ब्लॉक के अध्यक्ष फरीद जमादार ने कहा कि हमारी पार्टी की सुप्रीमो व सीएम ममता बनर्जी विभिन्न परियोजनाओं के जरिए आम तौर पर सभी धर्मों के लोगों का विकास कर रही हैं। यही कारण है कि इतनी बड़ी संख्या में आईएसएफ कार्यकर्ता टीएमसी में शामिल हुए। इस बीच आईएसएफ नेतृत्व ने कहा कि उन्हें डरा-धमका कर दबाव बनाकर पार्टी बदलने के लिए मजबूर किया गया है।

उल्लेखनीय है कि सागरदिघी उपचुनाव के नतीजे आने के बाद सत्ता पक्ष बंगाल के अल्पसंख्यक इलाकों को लेकर सक्रिय है। कैबिनेट बैठक के बाद भी ममता बनर्जी ने खुद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को आंतरिक चर्चा में अल्पसंख्यक क्षेत्रों की समीक्षा करने का निर्देश दिया था। इस बीच हरोआ में आईएसएफ से तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की बात को राजनीतिक विश्लेषक काफी अहम मान रहे हैं।