महाराष्ट्र : टमाटर के बाद अब प्याज के प्राइज रसोई का बजट बिगाड़ने की ओर बढ़ रहा है। इस बीच महाराष्ट्र सरकार में मंत्री दादा भूसे ने कहा कि अगर लोग दो-चार महीने प्याज नहीं खाएंगे तो कुछ बिगड़ नहीं जाएगा। दादा भूसे का बयान ऐसे समय में आया है, जब केंद्र सरकार ने प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगा दिया है। जिसका महाराष्ट्र के किसान विरोध कर रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार में पूर्व कृषि मंत्री और वर्तमान में लोक निर्माण विभाग का जिम्मा संभाल रहे दादा भूसे ने कहा, “जब आप 10 लाख रुपये से अधिक की गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं तो आप खुदरा दर से 10 से 20 रुपये ऊंची कीमत पर प्याज भी खरीद सकते हैं। जो लोग प्याज नहीं खरीद सकते, यदि वे दो-चार महीने प्याज नहीं खायेंगे तो कुछ बिगड़ नहीं जायेगा”। बता दे कि केंद्र सरकार ने प्याज की कीमत में वृद्धि के संकेत के बीच घरेलू उपलब्धता बढ़ाने की खातिर उसके निर्यात पर 19 अगस्त को 40 फीसद निर्यात शुल्क लगा दिया। ये निर्यात शुल्क 31 दिसम्बर 2023 तक जारी रहेगा। इस फैसले को लेकर महाराष्ट्र के किसान और व्यापारी नाराज हैं। इस बीच 22 अगस्त को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि केंद्र ने 2,410 रुपये प्रति क्विंटल की दर से दो लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदने का फैसला किया है।उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे प्याज उत्पादकों को थोड़ी राहत मिलेगी। फडणवीस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, “प्याज के मुद्दे पर मैंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से बात की। केंद्र सरकार 2,410 रुपये प्रति क्विंटल की दर से दो लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदेगी।” उन्होंने आगे कहा कि “इसके लिए नासिक और अहमदनगर जिलों में विशेष खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इससे राज्य में प्याज उत्पादकों को कुछ राहत मिलेगी।”
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