बरेली में प्यार की खातिर समरीन बनी सुमन, हिंदू रीति-रिवाज से लिए सात फेरे

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बरेली : यूपी के रुहेलखंड इलाके में मुस्लिम लड़कियों की घर वापसी का सिलसिला लगातार जारी है। हलाला से डरकर बरेली की एक और युवती ने इस्लाम से नाता तोड़कर जीने के लिए सनातन राह चुन ली है। समरीन शुद्धिकरण के बाद सुमन बन गई है और वैदिक रीति रिवाज से अग्नि को साक्षी मानकर हिन्दू प्रेमी मित्रपाल यादव के साथ विवाह के पवित्र बंधन में बंध गई है। समरीन से सुमन बनकर उसने कहा कि सनातन धर्म में महिलाओं और बेटियों का बहुत बड़ा सम्मान है, जबकि इस्लाम में कहानी इसके बिल्कुल उलटी है। सुरक्षा और सम्मान की खातिर ही उसके जैसी बेटियां सनातन धर्म में वापसी कर रही हैं।

 

यूपी में प्यार की खातिर समरीन ने बदला धर्म :

जानकारी के मुताबिक, इस्लामिक परिवेश में पली बढ़ी समरीन बरेली जिले में कुंआ डांडा सेंथल गांव की रहने वाली है। सनातन धर्म अपनाने के बाद उसे सुमन यादव के रूप में पहचान मिली है। प्राइमरी तक ही शिक्षा ग्रहण करने वाली सुमन ने बालिग होने के प्रमाण प्रस्तुत कर स्वेच्छा से मित्रपाल यादव को जीवन साथी बनाने की बात कही है। समरीन ने सुमन बनी युवती ने कहा कि उसे शुरू से सनातन संसार में आस्था रही है। हिन्दू परिवारों में महिलाओं का सम्मान देखकर उसे भी वैसे ही जीवन जीने की इच्छा होती थी। बालिग होने के बाद उसने हिन्दू धर्म में घर वापसी का कदम उठा लिया। इसके लिए न उस पर किसी का दबाव था और न किसी ने इसके लिए उसे उकसाया था।

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