RIMS के मेडिसिन-पीडियाट्रिक ओपीडी में वायरल बुखार के मरीजों की बढ़ी संख्या

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रांची : नवंबर शुरू होते ही राज्य में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। तापमान में गिरावट होने के कारण वायरल बुखार और जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ी है। अस्पताल में सर्दी, खांसी, जुकाम, गला खराब होना तथा बुखार के सर्वाधिक मरीज पहुंच रहे हैं। रिम्स के फिजिशियन डॉ. बिंदे कुमार और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव मिश्रा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से रिम्स के ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। करीब 30 से प्रतिशत तक मरीजों में इजाफा हुआ है। दोनों ही विभागों में मरीज 7-10 दिन बाद भी बुखार ठीक नहीं होने का लक्षण लेकर पहुंच रहे हैं। मरीज की इम्यूनिटी इतनी टूट जा रही है कि उनमें चलने की हिम्मत तक नही बच रही। कुछ मरीजों में बुखार व बदन दर्द-सर्दी को ठीक करने वाली दवा भी काम नहीं कर रही है।

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डॉ. बिंदे कुमार ने बताया कि मरीज को ओपीडी में जांच कराने की सलाह दी जा रही है। जांच कराने के बाद मरीजों में डेंगू के अलावा इंफेक्शन और टाइफाइड की पुष्टि हो रही है। टाइफाइड में लोगों को बुखार, सिरदर्द, गले में खराश, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, पेट दर्द और सूखी खांसी होती है। उन्हें भूख लगनी बंद हो जाती है। कुछ दिनों के बाद तापमान लगभग 103 से 104° पर पहुंच जाता है। यह अगले 10 से 14 दिनों तक उच्च रहता है और लक्षण शुरू होने के बाद चौथे सप्ताह के दौरान सामान्य हो जाता है। अभी यहीं स्थिति मरीजों में देखने को मिल रही है।