‘तवांग झड़प’ के बाद भारतीय वायुसेना का युद्धाभ्यास

भारतीय वायुसेना का युद्धाभ्यास

123

ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के बाद भारतीय वायुसेना भी पूरी तरह से चौकस नजर आ रही है।  तवांग के यांगत्से वाले झड़प विवाद के बीच भारतीय वायुसेना की पूर्वी कमांड गुरुवार यानी 15 दिसंबर से दो दिवसीय युद्धाभ्यास करने जा रही है। ज्ञात रहे कि वायुसेना की ओर से दो दिवसीय युद्धाभ्यास 15 और 16 दिसंबर को किया जाएगा।

यह भी पढ़े : Iran Anti-Hijab Protests: हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के लिए 400 लोगों को 10 साल की सजा

ये एक्सरसाइज (IAF Exercise) असम, अरूणाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित उत्तर-पूर्व के सभी राज्यों के एयर-स्पेस में की जाएगी। इस अभ्यास को लेकर वायुसेना की ओर से एक नोटिस जारी किया गया है।

वायुसेना का युद्धाभ्यास

बता दें कि भारतीय वायुसेना के इस युद्धाभ्यास में विशेष तौर से पश्चिम बंगाल के हाशिमारा और कलाईकुंडा, असम के तेजपुर और झबुआ और अरूणाचल प्रदेश की एडवांस लैंडिंग स्ट्रीप हिस्सा ले रही हैं। वहीं इस एक्सरसाइज में राफेल लड़ाकू विमान भी हिस्सा लेंगे। इसके अलावा सुखोई और कई हेलीकॉप्टर भी इसका हिस्सा बनेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक  ये एक्सरसाइज 9 दिसंबर की घटना से पहले ही प्लान कर ली गई थी।

गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच 30 महीने से अधिक समय से सीमा गतिरोध जारी है। पिछले शुक्रवार यानी 9 दिसंबर को संवेदनशील क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा  के पास यांग्त्से के नजदीक झड़प हुई थी। 9 दिसंबर को चीनी सैनिकों ने 300-400 की संख्या में यांगत्से की एक चोटी पर चढ़कर भारतीय सैनिकों को हटाने की कोशिश की थी लेकिन भारतीय सैनिक पहले से तैयार बैठे थे और चीनी सैनिकों को वहां से खदेड़ दिया था।

भारतीय सैनिकों का मुहंतोड़ जवाब

भारत सरकार का कहना है कि चीनी सैनिकों ने यांग्त्से इलाके में एलएसी पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा रूप से बदलने की कोशिश की लेकिन चीन के इस प्रयास को भारतीय सैनिकों ने पूरी तरह से नाकाम कर दिया है। इस घटना में दोनों देशों के सैनिकों को मामूली चोटें आई थीं। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिहं ने ये साफ कर दिया था कि भारत की सेना के किसी भी जवान को कोई चोट नहीं आई है।