2024 में इंडिया की बनेगी सरकार : ममता बनर्जी

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कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने शुक्रवार को शहीद दिवस कार्यक्रम के मंच से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी 2024 में इंडिया की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी को कोई कुर्सी नहीं चाहिए, लेकिन हम सिर्फ यह चाहते हैं कि भाजपा का शासन जाए और लोगों को राहत मिले। गौरतलब है कि देश में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों ने बिगुल फूंक दिया है। गत मंगलवार (18 जुलाई) को बेंगलुरु में एकजुट हुए विपक्षी दलों ने महागठबंधन की घोषणा करते हुए उसे इंडिया नाम दिया है।

सीएम ने इस मंच से मणिपुर मामले को लेकर भाजपा की केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ‘बेटी बचाओ’ का नारा दिया था, अब उनका नारा कहां है। हम मणिपुर के लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं। आज मणिपुर ही नहीं पूरे देश की स्थिति खराब है। भाजपा की आलोचना करते हुए ममता ने कहा कि भाजपा का ‘बेटी बचाओ’ नारा अब ‘बेटी जलाओ’ में बदल गया है। ये लोग अभी चुप हैं, लेकिन देश की जनता जल्द ही आने वाले चुनाव में जवाब देगी।

ममता ने आगे कहा कि बिलकिस बानो के मामले में आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया गया। पहलवानों के मामले में बृज भूषण सिंह को भी जमानत दे दी गई। देश की महिलाएं आने वाले चुनाव में आपको देश की राजनीति से बाहर कर देंगी। जिस तरह से मणिपुर की महिलाओं पर अत्याचार किया गया है वह बेहद निंदनीय है। बीजेपी सरकार को शर्म आनी चाहिए।

सीएम ने कहा कि मैं एक चैलेंजर हूं। केंद्र सरकार की शिकायत करते हुए कहा कि हर तरफ वस्तुओं की कीमतें बढ़ रही हैं लेकिन बीजेपी चारों तरफ दंगों के नाम पर बांटने की कोशिश कर रही है। बीजेपी पर मौत का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए भाजपा को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि मैं चुनौतियां स्वीकार करने वाली व्यक्ति हूं। बीजेपी मौत पर राजनीति कर रही है। त्रिपुरा में रथयात्रा में 26 लोगों की मौत हो गई। रेल दुर्घटना में कितने लोग मरे? नमामि गंगे परियोजना केंद्र पर दुर्घटनाओं में कितने लोगों की मृत्यु हुई? लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा। मैं मौत पर राजनीति नहीं करती लेकिन बीजेपी तभी राजनीति शुरू करती है जब बंगाल में कोई मरता है।

पंचायत में राज्य में हुई हिंसा की घटना पर मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में 71,000 बूथों पर वोटिंग हुई। लेकिन तीन जगहों पर हिंसा हुई है। भांगड़, डोमकल और इस्लामपुर। वहीं, कूचबिहार में गड़बड़झाला है। चुनावी प्रक्रिया में 29 लोग मारे गए, जिनमें 18 टीएमसी समर्थक हैं। इसके अलावा 3 सीपीएम और 3 भाजपा के समर्थक है। मरने वालों को सहायता के लिए मैंने घोषणा कर दी है। क्या तृणमूल कार्यकर्ता तृणमूल कार्यकर्ताओं को मार डालेंगे? ममता ने पंचायत चुनाव में हिंसा के शिकार लोगों के लिए नौकरी और वित्तीय मुआवजे की भी घोषणा की।