Iran Anti-Hijab Protests: हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के लिए 400 लोगों को 10 साल की सजा
महसा अमिनी की मौत के बाद शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन
नई दिल्ली । ईरान की अदालतें हिजाब विरोधी प्रदर्शनों में शामिल हुए लोगों को अब सजा सुना रही हैं। इसी के तहत ईरान की राजधानी तेहरान और उसके आसपास की कोर्ट ने हाल के हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के लिए तकरीबन 400 लोगों को 10 साल जेल की सजा सुनाई गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तेहरान प्रांत के न्यायायिक प्रमुख अली अलघासी मेहर ने कहा कि जजों ने “दंगाइयों” के लिए सही फैसला सुनाया है।
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अलघासी-मेहर ने आगे कहा कि “160 लोगों को पांच से 10 साल के बीच, 80 लोगों को दो से पांच साल और 160 लोगों को 2 साल तक की सजा सुनाई गई है”। वहीं दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के जानकारों ने एक अनुमान लगाया है कि ईरान में 15 सितंबर से 14,000 से भी ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
बता दें कि 22 साल की युवती महसा अमिनी की मौत के बाद से ही पूरे ईरान में विरोध शुरू हो गए थे। गौरतलब है कि महसा अमिनी को ठीक से हिजाब नहीं पहनने के लिए पुलिस ने कथित तौर पर पीटा था। मगर महसा अमिनी की मौत के बाद ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन आग की तरह फैल गया और यह देश के सबसे बड़े नागरिक विद्रोह में बदल गया।
यह विरोध प्रदर्शन इतना भयानक था कि बड़े तो बड़े बच्चे भी इसका शिकार हुए थे । संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त के कार्यालय के मुताबिक ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शनों में अबतक 300 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें कम से कम 40 बच्चे शामिल हैं। ईरान की पुलिस ने प्रदर्शनकारियों और प्रदर्शन को रोकने के लिए बल, गोली तक का प्रयोग किया था। वहीं, हिजाब प्रदर्शन ज्यादा ना फैले इसके लिए ईरान ने इंटरनेट को बैन कर दिया गया है।
दरअसल ईरान में हिजाब को लेकर बीते कई महीनों से विवाद लगातार चल रहा है। इसी विवाद में शामिल होने को लेकर ईरान की सरकार ने एक और प्रदर्शनकारी को फांसी दे दी है। 23 साल के माजिद रेजा रेनवार्ड को गिरफ्तारी के महज 23 दिनों बाद ही फांसी दे दी गई है- यह सोचकर की शायद अब यह विरोध प्रदर्शन कमजोर पड़ जाए।