झारखण्ड पुलिस अब नक्सलियों को लगा रही है ठिकाना

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शिखा झा

झारखण्ड : नक्सलियों को नेस्तनाबूत करने के लिए झारखण्ड पुलिस ने अब कमर कस ली है. पुलिस के दबाव में या स्वेच्छा से जो नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं उन्हें राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़ने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रहे हैं.  लेकिन जो नक्सली पुलिस को चुनौती दे रहे है उन्हें झारखण्ड पुलिस धांय – धांय करने में संकोच भी नहीं कर रही है. हाल के दिनों में देखा जाए तो कुख्यात नक्सली दिनेश गोप को NIA के सहयोग से गिरफ्तार किया गया. वहीं कुख्यात गैंगेस्टर अमन श्रीवास्तव को भी दबोच लिया गया. झारखण्ड के गुमला में लगातार दूसरे दिन पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. पुलिस ने नक्सली सब जोनल कमांडर रहे लाजिम अंसारी को मुठभेड़ में मार गिराया है. बता दे कि वह 6 लाख का इनामी था. लाजिम अंसारी पर झारखंड के अलग-अलग जिलों में 50 से ज्यादा मामले में दर्ज हैं. मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने मौके से हथियार और कारतूस भी बरामद किए हैं. इस नक्सली को एनआईए भी तलाश कर रही थी. एनआईए ने उसपर 1 लाख रुपयों का इनाम घोषित कर रखा था. वहीं, झारखंड पुलिस ने 5 लाख के इनाम की घोषणा की थी.

 

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30 घंटे के भीतर ही दूसरे नक्सली कमांडर को मारकर बड़ी सफलता हासिल

गुमला में ये कोई पहली सफलता हाथ नहीं लगी है. इससे पहले भी गुमला पुलिस ने 1 जून को तीन लाख के इनामी राजेश उरांव को एनकाउंटर में मारा गया था और उसके 30 घंटे के भीतर ही दूसरे नक्सली कमांडर लजीम अंसारी को मारकर बड़ी सफलता हासिल की है. बता दे कि राजेश पर भी झारखंड पुलिस ने दो लाख और एनआईए ने एक लाख का इनाम घोषित कर रखा था. राजेश उरांव मूल रूप घाघरा थाना के हुटार गांव रहने वाला था. पिछले कई सालों से पुलिस को राजेश उरांव की तलाश थी. राजेश रंथू उरांव और लाज़िम अंसारी के दस्ते का सक्रिय सदस्य था. उसपर गुमला और लातेहार जिला के थानों में कई मामले दर्ज हैं. वही इधर लातेहार के चंदवा में चार पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश में शामिल चार्जशीटेड नक्सली चंदवा निवासी काजेश गंझू  व पलामू के छतरपुर के संतू भुइयां उर्फ संतोष उर्फ धनंजय को एनआईए ने पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की है. इसी मामले में शीतल मोची उर्फ शीतल राम उर्फ शीतल रविदास से पूछताछ जारी है. पूछताछ सात जून को सुबह 10 बजे होगी. पूछताछ के बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा. एनआईए सात दिनों की पुलिस रिमांड पर लेने का आवेदन कोर्ट में दिया था. सुनवाई पश्चात एनआईए कोर्ट ने पांच दिनों की पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की अनुमति प्रदान की है. दूसरी और सीपीआई से अलग हुए. पीएलएफआई के चार उग्रवादियों को पुलिस ने झारखंड के खूंटी जिले में हथियारों के साथ गिरफ्तार किया. उन्हें जरियागढ़ पुलिस स्टेशन के अंतर्गत रेगडे जंगल से गिरप्तार किया गया है. यह क्षेत्र राजधानी रांची से 35 किमी दूर है. पुलिस ने उनके पास से 13 जिंदा कारतूस, मोबाइल फोन, पीएलएफआई लीफलेट्स और एक कार जब्त की है.