झारखण्डी भाषा-खतियान आन्दोलन की पहली वर्षगांठ मनी

आन्दोलनकारियों को किया गया सम्मानित

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बोकारो : भाषा-खतियान आन्दोलन की पहली वर्षगांठ बोकारो के तेनुघाट डेम परिसर में मनाई गयी।
वर्षगांठ के अवसर पर आन्दोलन कारियों ने कहा झारखण्ड बने 22 वर्ष बीत चुका है लेकिन कोई विकास व बदलाव नहीं हो सका है।

प्रदेश में भाजपा, कांग्रेस, जेएमएम और आजसू पार्टी ने झारखंड मे बारी-बारी से शासन कम शोषण व दोहन ज्यादा किया है। देश का सबसे अमीर राज्य होते हुए भी सबसे ज्यादा गरीबी, बेरोजगारी, पलायन, अशिक्षा, कुपोषण, भ्रष्टाचार झारखण्ड में है।

झारखण्ड में बहुत दिन बाद ही सही भाषा-खतियान आन्दोलन के रूप में नवनिर्माण आंदोलन पिछले एक साल से जोर पकड़ा है। जिसका वृहद रूप 2021 प्रारंभ को हुआ। पहली वर्षगांठ पर शहीद निर्मल महतो व खोरठा के महान कवि श्री निवास पानुरी को याद करते हुए भाषा-खतियान आन्दोलनकारीयों को सम्मानित किया गया।

मौके पर उपस्थित स्थानीय लोक गायिका रेवती देवी ने प्रेरणादायक गीत से सभी को अभिभूत किया और नए झारखण्ड व सुखी झारखण्ड के लिए आवश्यक मानक- पहचान, शिक्षा,स्वास्थ्य, रोजगार, भ्रष्टाचार पर आगे की रणनीति पर चिंतन-मंथन किया।

कार्यक्रम में अमरनाल महतो,भुवनेश्वर महतो, कसमार प्रखंड के प्रमुख न्योति दे, संतोष महतो,कृष्ण किशोर,परवेज आलम,अनंत कनहरयार,नरेश महतो,प्रशांत कुमार महतो,अशोक हिन्दियार, गुलाम हुसैन, राजेश औझा, अभिषेक, मिथिलेश महतो,प्रदीप कुमार आदि क्रांतिकारी साथी मौजूद थे।