रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कथित जमीन घोटाले मामले में मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. बता दे कि केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने अब तक दस बार समन भेज JMM नेता को तलब किया, उन्हें 29 से 31 जनवरी के बीच एजेंसी के सामने पेश होना था लेकिन वो पिछले 40 घंटे से कथित तौर पर “गायब” बताए जा रहे थे. हाालंकि, मुख्यमंत्री के मिसिंग होने की सूचना के बीच हेमंत सोरेन ने अपने आवास पर विधायकों और मंत्रियों की बैठक ली, जिसमें उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद रही. वही यह बैठक 30 जनवरी को देर रात तक चली और इसी बीच महागठबंधन सरकार ने प्लान-बी तैयार कर लिया है.
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इस कड़ी में देर शाम कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में सत्ताधारी दल की बैठक में सभी विधायकों से एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर लिया गया है जिसमें बिना किसी का नाम लिए यह अंकित है कि सियासी संकट की स्थिति में अपने उत्तराधिकारी के रूप में हेमंत सोरेन जिसे भी अधिकृत करेंगे, विधायकों का उसे पूरा समर्थन रहेगा. कहा जा रहा है कि यदि पूछताछ के दौरान बात मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी तक पहुंचती है तो सत्तारुढ़ दल इस प्लान को आगे बढ़ाएंगे. हेमंत सोरेन के उत्तराधिकारी के रूप में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, छोटे भाई और दुमका विधायक बसंत सोरेन और वरीय झामुमो नेता चंपाई सोरेन का नाम सियासी गलियारों में चर्चा में है.