पत्रकार जफर अहमद को माफिया अतीक का साथ देना पड़ा महंगा !

अतीक के एक बेटे की हत्या अगले एक-दो दिन में हो सकती है

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लखनऊ। इन दिनों उत्तर प्रदेश में उमेश पाल हत्याकांड पर यूपी पुलिस एक्शन के दिखाने में पीछे नहीं है । हालांकि में पुलिस ने एनकाउंटर में दो अपराधियों को मार गिराया है।जिसके बाद पूरे देश भर में जहां एक ओर योगी आदित्यनाथ की तारीफ कर रहे हैं तो वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो यूपी में गुंडा राज की बात कर रहे हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने ऐसी आशंका जताई है कि अतीक के एक बेटे की हत्या अगले एक-दो दिन में हो सकती है। यही नहीं उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर प्रदेश की व्यवस्था बदली तो सारे फर्जी एनकाउंटर की जांच होगी। आपको बता दें कि इस हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद ने खुद ऐसी आशंका जताई थी। उसकी ओर से इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई है, जिसमें वो यूपी भेजने के पक्ष में नहीं था। वहीं ऐसी भी खबरें सामने आई हैं कि वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधियों को भगाने में मुख्तार गैंग के सदस्यों ने मदद की थी, जिसके बाद पुलिस मुख्तार गैंग के सदस्यों पर पैनी नजर रख रही है। इस बीच उन तमाम लोगों के घरों पर बुलडोजर चल रहा है जो इस अपराध में किसी न किसी रूप में शामिल हैं। इसी के तहत प्रशासन ने बांदा में मुख्तार अंसारी के करीबी इफ्तिखार अली के घर के आगे बने कैंपस को ध्वस्त कर दिया है। इस मामले में जफर ने अतीक परिवार से कोई नाता न होने की बात कह कर अपने को निर्दोष बताया था। इधर पुलिस पत्रकार और अतीक अहमद के बीच कनेक्शन ढूंढ रही थी। इसी कड़ी में आज जफर के घर के समीप ही एक बिना नंबर की इनोवा कार और जफर की डिजायर कार पुलिस टांग ले गई। इनोवा कार अतीक गैंग की बताई जा रही अब पुलिस यह सर्च कर रही है कि बांदा में अचानक जफर का उदय कैसे हुआ,इसको अतीक गैंग ने कैसे शिफ्ट किया यह बहुत बड़ा राज है।