जरा याद करो कुर्बानी! कभी नहीं भूल सकते वो सर्वोच्च बलिदान

इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।

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नई दिल्ली ।  पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले के चार साल पूरे होने पर एक बार फिर पुराने जख्म ताजा हो गए। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले के ठीक 12 दिन बाद भारतीय सेना की ओर से बालाकोट में स्ट्राइक की गई थी।

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ऐसे में एक बार फिर इस दिन को याद किया कश्मीर जोन के ADGP विजय कुमार ने उन्होंने कहा कि पुलवामा अटैक में शामिल आतंकियों में से अब आठ मारे जा चुके हैं।

एडीजीपी ने कहा कि पुलवामा हमले में शामिल कुल 19 आतंकवादियों में से अब तक 8 को मार गिराया जा चुका है जबकि 7 जेल में हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि तीन पाकिस्तानियों समेत चार अभी भी जिंदा है। सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बात करते हुए एडीजीपी ने कहा कि घाटी में सुरक्षा बल जैश-ए-मोहम्मद के पीछे लगे हुए हैं और अब तक उनके कई टॉप कमांडरों को मारा जा चुका है।

घाटी में जैशे के 7-8 आतंकी बचे

उन्होंने कहा कि कश्मीर में फिलहाल 37 स्थानीय आतंकी एक्टिव हैं। पुलवामा हमले के बाद से घाटी में सुरक्षा के हालात में काफी सुधार हुआ है और भविष्य में हम ऐसे हमले को रोकने में भी सक्षम हैं। विजय कुमार ने कहा कि वर्तमान में जैश के 7-8 लोकल और 5-6 पाकिस्तानी आंतकी घाटी में एक्टिव हैं। इसमें मोसा सोलेमानी भी शामिल है। जल्द ही इन लोगों का भी खात्म कर दिया जाएगा।

अल्पसंख्यकों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी

ADGP ने कहा कि घाटी में अल्पसंख्यकों के लिए वो पूरी तरह से प्रतिबंध है। साथ ही सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए घाटी में कई मॉड्यूल को निष्प्रभावी किया गया है। सीआरपीएफ, पुलिस और अन्य सुरक्षा बल अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने में लगे हुए हैं।