जस्टिस गांगुली देंगे इस्तीफा, करेंगे राजनीति में पर्दापण

भाजपा में जाने की संभावना, लड़ सकते हैं लोकसभा चुनाव

55

कोलकाता, सूत्रकार : कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय आगामी मंगलवार को इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इसके बाद ‘बड़े मैदान’ में जाने वाले हैं। जज ने कहा कि वह राजनीतिक क्षेत्र में जाने वाले हैं।

रविवार को एक बांग्ला सामाचर पत्र को दिए गए सक्षात्कार में जज ने कहा कि सोमवार को कलकत्ता हाईकोर्ट में उनका आखिरी दिन है। वह सोमवार को अपने हाथ में आए मामलों को निपटारा करेंगे। इसके बाद वह मंगलवार को राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा भेजेंगे।

जस्टिस गंगोपाध्याय ने राजनीति की तरफ इशारा किया। उनसे पूछा गया कि क्या आप लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं? जज ने कहा कि अगर मैं किसी राजनीतिक दल में शामिल होता हूं, अगर वे मुझे टिकट देते हैं, तो मैं इस पर विचार करूंगा। हालांकि जस्टिस गांगुली ने यह नहीं कहा कि वह किस राजनीतिक पार्टी से जुड़ेंगे लेकिन सियासी गलियारे में यह कहा जा रहा है कि वह भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं। चूंकि सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस से उनका छत्तीस का आंकड़ा रहा है, इसलिए उनके उस पार्टी में जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।

बीजेपी ने अभी तक लोकसभा चुनाव के लिए 20 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। अभी भी 22 सीटों के उम्मीदवारों के नामों का ऐलान बाकी है। इसलिए संभावना जतायी जा रही है कि उन्हें किसी सीट से उम्मीदवार बीजेपी बना सकती है। बहुत संभव है कोलकाता की किसी सीट से ही उन्हें उम्मीदवार बनाया जा सकता है।

जज ने इंटरव्यू में आगे कहा कि राज्य की सत्ताधारी पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। वह कोर्ट से आम लोगों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। न्यायाधीश ने कहा कि राज्य गंभीर संकट में है। अपमानजनक अध्याय जारी है। एक बंगाली होने के नाते मैं इसे स्वीकार नहीं कर सकता। जो लोग शासक बनकर उभरे, वे राज्य को लाभ पहुंचाने में सक्षम नहीं दिखे। इसलिए मैं अच्छी समझ वाले लोगों से कहूंगा कि वे सही निर्णय लें।

इस्तीफा देने का फैसला क्यों किया? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मौजूदा सत्ताधारी पार्टी के कई लोगों ने मुझे चुनौती दी। चुनौती के दौरान उन्होंने मुझे जो आह्वान किया, उससे मुझे यह निर्णय लेने के लिए मजबूर किया।

गौरतलब है कि जस्टिस गंगोपाध्याय अगस्त में रिटायर होने वाले थे। रविवार को उन्होंने घोषणा की कि वह समय से पहले पद छोड़ रहे हैं। वह जज की जिम्मेदारी छोड़कर बड़े क्षेत्र में कदम रखने जा रहे हैं। जज ने कहा कि वह जल्दी इस्तीफा दे रहे हैं क्योंकि वह बड़े क्षेत्र में जाना चाहते हैं।

न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने हाल के दिनों में कलकत्ता उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप कड़ी टिप्पणी के लिए लोकप्रियता हासिल की है। उन्होंने कई अहम फैसले दिये जिनमें से ज्यादातर सत्ता पक्ष के खिलाफ गए। कुणाल घोष सहित कई तृणमूल नेताओं ने न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय से राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश करने और लड़ने की चुनौती दी।

अपने इंटरव्यू में जज ने एक बार फिर उस कॉल की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि वह उस कॉल का जवाब देने जा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने अभी तक यह साफ नहीं किया है कि वह किस राजनीतिक दल में जा रहे हैं।