कोलकाता, सूत्रकार : भर्ती भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कालीघाट के सुजयकृष्ण भद्र उर्फ काकू ने अपने मेडिकल दावों के साथ शुक्रवार को एक बार फिर से कोर्ट के समक्ष अपनी बातें रखी हैं।
काकू शारीरिक जांच के लिए एक निजी अस्पताल जाना चाहते हैं। सुजयकृष्ण का दावा है कि उसे जिस शारीरिक जांच की जरूरत है वह वर्तमान में केवल कोलकाता के दो निजी अस्पतालों में होती है। इसलिए उन्होंने यह टेस्ट निजी अस्पताल में कराने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
मालूम हो कि कालीघाट के काकू मायोकार्डियल परफ्यूजन इमेजिंग टेस्ट या एमपीआई इमेजिंग टेस्ट कराना चाहते हैं। यह परीक्षण दर्शाता है कि हृदय की मांसपेशियों में रक्त का संचार कितनी अच्छी तरह से हो रहा है। सुजयकृष्ण भद्र उस परीक्षण के लिए एक निजी अस्पताल जाना चाहते हैं।
कालीघाट के काकू की यह याचिका कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस तीर्थंकर घोष की बेंच में लगाई गई। गुरुवार को उनके अर्जी के मद्देनजर जज ने ईडी की ओर से बयान मांगा है। न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष ने केंद्रीय जांच एजेंसी को आठ मार्च तक हलफनामे के रूप में अपना बयान जमा करने का निर्देश दिया है। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा प्रस्तुत बयान के बाद उच्च न्यायालय 11 मार्च को मामले की सुनवाई कर सकता है।