कोलकाता : पश्चिम बंगाल कांग्रेस के प्रवक्ता कौस्तव बागची (West Bengal Congress spokesperson Kaustav Bagchi) को शनिवार सुबह उनके आवास से सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ कथित टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया ।
इसके बाद में उनको बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में काफी देर तक बहस और हंगामा होने के बाद कौस्तव बागची को आखिरकार जमानत मिल ही गई। बैंकशाल कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी।
न्यायाधीश अतनु मंडल की अदालत में इस मामले की सुनवाई चली। अगली सुनवाई 5 अप्रैल को होगी। उन्हें एक हजार के निजी बांड पर जमानत मिली है। कौस्तव की गिरफ्तारी को लेकर सुबह से ही राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई थी, जिस गिरफ्तारी पर तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी सवाल खड़ा किया।
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विकास ने पूछा- पुलिस की ये हिम्मत
कांग्रेस कार्यकर्ताओं-समर्थकों ने भी कोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन किए। इस दिन कौस्तव के बचाव में माकपा नेता और वरिष्ठ वकील विकास रंजन भट्टाचार्य भी उतर पड़े। उन्होंने कोर्ट में कहा कि क्या मेरा मुवक्किल आतंकवादी है? पुलिस को इतनी हिम्मत किसने दी? सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि रात के समय किसी के घर पर छापेमारी नहीं होनी चाहिए। कौस्तव की जमानत के लिए चल रही सुनवाई में विकास रंजन ने कहा कि आरोपित के घर पर तड़के 3 बजे के करीब छापेमारी की गयी थी। कौस्तव पर लगे ज्यादातर आरोप जमानती हैं। विकास रंजन ने कहा कि नींद एक मौलिक अधिकार है।
कोर्ट रूम में हंगामा
आरोपित के एक अन्य वकील ने कहा कि जांच अधिकारी को सजा मिलनी चाहिए। हम वकील डरे हुए हैं। एक लोकतांत्रिक देश में पुलिस रात में वकील के घर पर हमला कर रही है। क्या यह आतंकवादी का घर है? इसके बाद सरकारी वकील ने कहा कि सार्वजनिक अशांति पैदा करने के लिए कई बयान दिए गए थे। इसकी जांच की जरूरत है। दोनों पक्षों के वकीलों के सवाल-जवाब के बाद जज ने फैसला सुरक्षित रखने की बात कही।
अड़ गए वकील
रूम में वकीलों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया। उनकी मांग थी कि आदेश सुरक्षित नहीं रखा जा सकता, जमानत दी जानी चाहिए। आदेश नहीं होने तक कोर्ट रूम में जमे रहने की बात रही गई। फैसले पर आनाकानी करने के बावजूद वकीलों के दबाव पर जज ने आरोपित को जमानत दे दी।
घटना पर एक नजर
ज्ञात रहे कि शुक्रवार को बागची के खिलाफ मुख्यमंत्री को लेकर कथित अभद्र टिप्पणी के मामले में बड़तला थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस की टीम ने तड़के करीब साढ़े तीन बजे छापा मारा और बागची को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के पहले कौस्तव के घर की तलाशी ली गई। वकील के पिता ने दावा किया कि कौस्तव ने हाल ही में सीएम ममता बनर्जी की टिप्पणियों का विरोध किया था। उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि यह बदले की राजनीति है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस बिना किसी नोटिस के उनके घर पर आ गई।
थाने में हंगामा
शनिवार को जब पुलिस कौस्तव को लेकर बड़तला थाने पहुंची तो प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष व कोलकाता नगर निगम के वार्ड नंबर 45 के पार्षद संतोष पाठक के नेतृत्व में थाने के बाहर सैकड़ों कांग्रेस कर्मियों ने प्रदर्शन किया। बाद में बैंकशाल कोर्ट पहुंचे संतोष पाठक ने कहा कि ममता बनर्जी दमन नीति चला रही हैं जिसका कांग्रेस-सीपीएम गठबंधन पुरजोर जवाब देगा।