नई दिल्ली : कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के अंतर्गत पूरे जोर-शोर से प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। आज इसी क्रम में मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाषा की मर्यादा को खो दिया। उन्होंने पीएम मोदी पर करते हुए कहा कि मल्लिकार्जुन पीएम मोदी जहरीले सांप जैसे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा – मोदी जहरीले सांप की तरह हैं। आप इसे जहर समझें या न समझें लेकिन अगर आप इसे चखेंगे तो मर जाएंगे। आप सोच सकते हैं कि क्या यह सही में जहर है? मोदी एक एक अच्छे इंसान हैं, उन्होंने जो दिया है, उसे हम देखेंगे। आप जैसे ही इसे चाटेंगे, तो पूरी तरह से सो जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी जी के साथ हमारी लड़ाई निजी लड़ाई नहीं है। वैचारिक लड़ाई है। मेरा इरादा किसी की भावना आहत करने का नहीं था और अगर ज़ाने अनजाने में किसी की भावना आहत हुई तो ये मेरी मंशा कदापि नहीं थी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने बयान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन… pic.twitter.com/9ik5KUW65u
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 27, 2023
अब विवाद बढ़ता देख उन्होंने इस पर सफाई देते हुए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के साथ हमारी लड़ाई निजी लड़ाई नहीं है। वैचारिक लड़ाई है। मेरा इरादा किसी की भावना आहत करने का नहीं था और अगर ज़ाने अनजाने में किसी की भावना आहत हुई तो ये मेरी मंशा कदापि नहीं थी।
मांगी माफी
इसके पहले उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर कई सफाई भी पेश की। उन्होंन ट्विट कर कहा कि ”… अपितु जिस विचारधारा का वो प्रतिनिधित्व करते हैं, उसके लिए था”। प्रधानमंत्री मोदी जी के साथ हमारी लड़ाई निजी लड़ाई नहीं है। वैचारिक लड़ाई है। मेरा इरादा किसी की भावना आहत करने का नहीं था और अगर ज़ाने अनजाने में किसी की भावना आहत हुई तो ये मेरी मंशा कदापि नहीं थी…और न ही यह मेरे लम्बे राजनीतिक जीवन का आचरण है।
पहले दी सफाई
मैंने सदा दोस्तों व विरोधियों के प्रति राजनीतिक शुचिता की मर्यादाओं और परंपराओं को निभाया है और जीवन के आख़िरी साँस तक निभाऊँगा।
मैं बड़े पदों पर बैठे लोगों की तरह व्यक्तियों और उनकी तकलीफ़ों का मज़ाक़ नहीं उड़ाता क्योंकि…मैंने ग़रीबों व दलितों का दुख दर्द देखा भी है और सहा भी है।
पॉंच दशकों से भाजपा तथा RSS की विभाजनकारी विचारधारा से, उनके नेताओं से, मेरा विरोध हमेशा से रहा है। मेरी राजनीतिक लड़ाई उनकी राजनीति के ख़िलाफ़ थी, है और हमेशा रहेगी।