खूंटपानी कस्तूरबा की वार्डेन, लेखापाल और सभी शिक्षिकाओं पर गिरी गाज, सभी का तबादला

रात्री पहरी की सेवा समाप्त

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चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले के खूंटपानी प्रखंड के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में घटित घटना को लेकर विद्यालय की वार्डन सुशीला टोपनो, लेखापाल लक्ष्मी चाकी, पूर्णकालिक शिक्षिका नम्रता कुमारी समेत सभी पूर्णकालिक शिक्षिकाओं के साथ साथ रात्रि प्रहरी पर गाज गिर गई है। राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमार पासी ने तत्काल प्रभाव से वार्डन, लेखापाल व सभी पूर्णकालिक शिक्षिकाओं का सुदूर विद्यालय में स्थानांतरण करने का आदेश पश्चिमी सिंहभूम जिले के उपायुक्त को दिया है। साथ ही साथ रात्रि प्रहरी की सेवा समाप्त करने का निर्देश दिया है। मंगलवार को झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमार पासी की ओर से उपायुक्त को जारी किये गये पत्र में कहा गया है कि विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, खूटपानी की 61 छात्रायें अर्द्धरात्रि में विद्यालय से निकलकर समाहरणालय विभिन्न शिकायतों को लेकर पहुंची थी। यह घटना अत्यंत चिंताजनक है। साथ ही विद्यालय प्रबंधन एवं अनुशासन की बदहाल स्थिति को दर्शाता है। यह घटना इस विद्यालय में पूर्व में भी घटित हुई है तथा ऐसा प्रतीत होता है कि उपरोक्त विद्यालय ने पूर्व की घटना के पश्चात् कोई ठोस पहल नहीं की है। उपरोक्त सभी बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुये एक समिति गठित करते हुए गहन जांच तथा कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।

सुदूर इलाके में सभी का तबादला करने का आदेश

सबसे पहले विद्यालय में कार्यरत वार्डन, सभी पूर्णकालिक शिक्षिका तथा लेखापाल को तत्काल किसी सुदूर विद्यालय में स्थानांतरित किया जाये तथा जांच के फलाफल के आधार पर यथोचित निर्णय लिये जाये। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, खूंटपानी में जिला में उपलब्ध बेहतर वार्डेन, शिक्षिका तथा लेखापाल को स्थानांतरित करते हुए पदस्थापित किया जाये। विद्यालय में कार्यरत रात्रि प्रहरी को तत्काल सेवामुक्त किया जाये तथा किसी अन्य रात्रि प्रहरी की सेवा प्राप्त की जाये। विद्यालय के विगत 02 वर्षों के लेखा की गहन जांच की जाये ।लेकिन मजे की बात यह है कि इसी जिले के गोईलकेरा प्रखंड के बीआरसी में लेखापाल आशुतोष कुमार श्रीवास्तव द्वारा कस्तुरबा गांधी बालिका आवासिय विद्यालय के रात्री प्रहरी दिलीप कुमार साव को अवैध रूप से भेड़र बना कर फर्जी भाउचर पर दिलीप के खातें में 30 लाख रूपये डाल कर निकासी करने के मामले की जांच बीस दिन पहले ही हो गई है उपायुक्त के निर्देश पर लेकिन जिले के प्रभारी डीईओ ललन कुमार द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं किया गया है,यह जांच का विषय है।जबकी इस मामले में गोईलकेरा प्रखंड प्रखंड प्रसार शिक्षा पदाधिकारी बीईओ, कई शिक्षक और लेखापाल दोषी पाए गयें है जिसकी पुष्टी जांच दल नें कि है।इधर यह भी सुचना है कि अब कई लेखापाल अपने काली करतूतों को छुपाने के लिए अपने निर्धारित पदस्थापन से दूसरे  प्रखंड में तबादला कराने की जुगार में जूट गयें है ।

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