बिहार : मुसलमान आरक्षण पर लालू यादव ने सफाई दी है। पहले कहा था कि रिजर्वेशन तो मुसलमानों को मिलना चाहिए लेकिन अब कह रहे हैं कि आरक्षण का आधार सामाजिक होता है। दरअसल हाल ही में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने अपने भाषण में लालू यादव के बयान पर तेवर सख्त किए तो नुकसान होने के डर से लालू यादव ने यू टर्न ले लिया और कह दिया कि आरक्षण का आधार धर्म नहीं हो सकता। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया।
लालू प्रसाद यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री को यह नहीं मालूम कि उन लोगों ने ही मंडल कमीशन लागू करवाया था। उन्होंने कहा आरक्षण का आधार धर्म नहीं बल्कि सामाजिक पिछड़ापन होता है। 𝐏𝐌 को इतनी सी भी समझ नहीं है। मंडल कमीशन हमने लागू करवाया है। क्या नरेंद्र मोदी ने कभी मंडल कमीशन और उसकी सिफ़ारिशें पढ़ी है? मंडल कमीशन में 𝟑𝟓𝟎𝟎 से अधिक पिछड़ी जातियों को आरक्षण मिलता है जिसमें अन्य धर्मों की भी सैंकड़ों जातियों को आरक्षण मिलता है।
ये हमसे बड़े और असली 𝐎𝐁𝐂 नहीं ना है? हमसे ज्यादा गरीबों, पिछड़ों और दलितों की इनको समझ नहीं है। ये लोग बस एक-दूसरे को लड़ाते है। बाबा साहेब के संविधान और जननायक कर्पूरी ठाकुर जी द्वारा दिए गए आरक्षण को खत्म करने की संघियों और भाजपाइयों की पुरानी ख्वाहिश और साजिश रही है। सन् 𝟐𝟎𝟎𝟎 में 𝐍𝐃𝐀 की भाजपाई सरकार ने तो बाजाब्ता “संविधान समीक्षा आयोग” ही गठित कर दिया था।
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