लोहरदगा : राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देशानुसार एकलव्य मॉडल बालिका आवासीय विद्यालय, कुजरा, लोहरदगा में विधिक जागरुकता शिविर के साथ करियर काउंसलिंग का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुजरा आवासीय विद्यालय के छात्राओं ने बाल विवाह, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के ऊपर नाट्य मंचन किया। नारी अस्मिता को लेकर काव्य पाठ और महिला सशक्तिकरण को लेकर भाषण का आयोजन किया गया। विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुरुआत एकलव्य माडल आवासीय विद्यालय की प्राचार्य अमृता मिश्रा ने किया। बच्चों को संबोधित करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार राजेंद्र बहादुर पाल ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों को दूर करना हम सब का दायित्व है। विद्यार्थियों से अपेक्षा की जाती है कि वह पाठ्य पुस्तकों में पढ़ रहे सिद्धांतों का अपने जीवन में अनुकरण करते हुए समाज के उन दुर्गुणों को दूर करें, जिससे समाज अभी भी अछूता नहीं है। बाल विवाह, डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम एवं चारों ओर फैली गंदगी को लेकर पीडीजे ने उपस्थित छात्राओं एवं लोगों को आगाह किया।
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इस मौके पर कई छात्राओं ने पीडीजे के रूप में कार्य संपादन में आ रही समस्याओं एवं चुनौतियां को लेकर अपने प्रश्न रखे। साथ ही साथ बच्चों ने कानून के क्षेत्र में करियर बनाने को लेकर पीडीजे से जानकारियां प्राप्त की। पीडीजे ने बहुत ही सहज भाव से अपने छात्र जीवन के अनुभवों को साझा किया। पीडीजे ने छात्राओं को नशापन एवं अन्य कुरीतियों से दूर रहने का आह्वान किया। डालसा सचिव राजेश कुमार ने कहा कि भारतीय संविधान ने भारतीय लोकतंत्र को गढा है। सारे विधान संविधान से ही निर्गत हैं लेकिन हमें अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति सजग रहना होगा।